राहुल गांधी के हालिया अमेरिका दौरे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लगातार उन पर निशाना साध रही है। बीजेपी का आरोप है कि राहुल गांधी ने आरक्षण और सिख समुदाय से जुड़े मामलों पर विवादित बयान दिया है।
इस आरोप के जवाब में, राहुल गांधी ने पहली बार इस मुद्दे पर सफाई देते हुए कहा है कि बीजेपी उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है और झूठ फैला रही है।
10 सितंबर को वाशिंगटन डी.सी. में एक सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि, “भारत में इस बात पर संघर्ष चल रहा है कि क्या सिखों को पगड़ी या चूड़ियां पहनने की अनुमति दी जाएगी या उन्हें गुरुद्वारों में जाने का अधिकार मिलेगा। यह सिर्फ सिखों तक सीमित नहीं है, बल्कि हर धर्म के लिए यह स्थिति समान है।”
राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता ने सिखों का अपमान किया है। केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी को देश का “सबसे बड़ा आतंकवादी” तक कह दिया।
इस पूरे विवाद के बीच, राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर अपने 10 सितंबर के भाषण का वीडियो साझा करते हुए बीजेपी पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, “अमेरिका में दिए गए मेरे बयान को लेकर बीजेपी झूठ फैला रही है। मैं भारत और विदेश में रहने वाले सभी सिख भाइयों और बहनों से पूछना चाहता हूं कि क्या मैंने जो कहा है, उसमें कुछ गलत है? क्या भारत को ऐसा देश नहीं बनना चाहिए जहां हर सिख और हर भारतीय बिना किसी डर के अपने धर्म का पालन कर सके?”राहुल गांधी ने आगे कहा, “हमेशा की तरह बीजेपी झूठ का सहारा ले रही है। वे मुझे चुप कराने के लिए बेताब हैं क्योंकि वे सच्चाई का सामना नहीं कर सकते। लेकिन मैं हमेशा उन मूल्यों के लिए बोलता रहूंगा जो भारत को परिभाषित करते हैं – विविधता में एकता, समानता और प्रेम।”इस बयान के साथ राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि वे अपने विचारों पर अडिग हैं और बीजेपी के हमलों से पीछे हटने वाले नहीं हैं। कांग्रेस नेता ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उनका उद्देश्य भारत को ऐसा देश बनाना है जहां हर व्यक्ति बिना डर के अपने धर्म का पालन कर सके
More Stories
Karnataka में बिल पास होने पर मचा बवाल, कांग्रेस को बताया गया हिन्दू विरोधी
Bharat Jodo Nyay Yatra को कॉलेज में शरण लेने पर लगाई गई रोक, खेत में निवास करेंगे राहुल गाँधी
प्रिडेटर ड्रोन डील राफेल से बड़ा घोटाला : कांग्रेस का आरोप