Assembly Election 2024 : अगले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसके अलावा, साल के अंत में महाराष्ट्र और झारखंड में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बीच, जम्मू-कश्मीर में आंतरिक असंतोष का सामना कर रही बीजेपी ने अन्य राज्यों में बेहतर प्रदर्शन के लिए अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। बीजेपी की रणनीति इस बार युवाओं को प्राथमिकता देने की है, विशेषकर उन उम्मीदवारों को, जिन्होंने पहले कभी राजनीति में कदम नहीं रखा है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधन में जातिवाद और जातीय राजनीति को खत्म कर राजनीति में नए चेहरों को लाने की अपील की थी।
2014 से नए चेहरों को मौका देने की शुरुआत
2014 के बाद से, बीजेपी ने 30 से 33 प्रतिशत पुराने उम्मीदवारों को हटाकर नए चेहरों को टिकट देने की परंपरा शुरू की है। एक राष्ट्रीय पदाधिकारी के अनुसार, महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड जैसे राज्यों में प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशों को लागू किया जाएगा। हालांकि, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में पुराने और अनुभवी नेताओं की संख्या युवा नेताओं पर भारी पड़ सकती है।
जम्मू-कश्मीर में दिग्गज नेताओं का पत्ता साफ
जम्मू-कश्मीर में एक दशक बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इस दौरान बीजेपी ने उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह और कवींद्र गुप्ता समेत कई पुराने और दिग्गज नेताओं को टिकट न देकर उनके पत्ते काट दिए हैं। इस कदम से पार्टी में आंतरिक असंतोष बढ़ गया है और कई अनुभवी नेता इस्तीफा देकर विरोध जता रहे हैं।
हरियाणा में बीजेपी विरोधी लहर
हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद बीजेपी को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है। जाति और आरक्षण के मुद्दे बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं। जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) से गठबंधन टूटने के बाद राज्य में बीजेपी के पास कोई मजबूत सहयोगी नहीं है।
महाराष्ट्र और झारखंड की तैयारियां
साल के अंत में महाराष्ट्र और झारखंड में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। इन राज्यों में भी पार्टी ने युवा उम्मीदवारों की खोज और प्रशिक्षण का काम शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि विभिन्न माध्यमों से पार्टी में शामिल किए गए नए लोगों में उद्योगपति, छात्र और पेशेवर शामिल हैं, जिन्हें राजनीति में आने के लिए मंच प्रदान किया जाएगा।/
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