बिहार की वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने सोमवार को राज्य विधानसभा में 3.17 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जिसमें कई प्रमुख घोषणाओं के साथ विकास की नई दिशा दिखाई गई है। इस बजट में महिलाओं, किसानों और शिक्षा के क्षेत्र में कई अहम फैसले लिए गए हैं, जो राज्य के समग्र विकास को बढ़ावा देंगे।
महिलाओं के लिए विशेष घोषणाएं
बजट में महिलाओं के लिए कई योजनाएं घोषित की गईं, जिनसे उनकी सुरक्षा और रोजगार के अवसरों में सुधार होगा। राज्य रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण, पिंक टॉयलेट्स और पिंक बस सेवा की शुरुआत की जाएगी। इसके अलावा, प्रमुख शहरों में महिलाओं के लिए मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर और ई-रिक्शा खरीदने के लिए अनुदान की घोषणा की गई है।
इस बजट में महिला सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी गई है। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए हॉस्टल की सुविधा भी दी जाएगी, ताकि कामकाजी महिलाओं को एक सुरक्षित वातावरण मिल सके। महिलाओं के लिए यह बजट एक सकारात्मक कदम है, जो उनकी स्थिति में सुधार लाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
किसानों के लिए MSP पर दालों की खरीद
कृषि क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने MSP (मिनिमम सपोर्ट प्राइस) पर अरहर, मूंग और उड़द की दालों की खरीद का ऐलान किया है। इससे किसानों को अपने उत्पादों का सही मूल्य मिलेगा और उनकी आय में बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा, हर ब्लॉक में कोल्ड स्टोरेज खोलने की योजना है, जो कृषि उत्पादों की बर्बादी को कम करेगा और किसानों को लाभ पहुंचाएगा।
शिक्षा पर विशेष फोकस
बिहार सरकार का फोकस शिक्षा पर भी है, जहां इस बजट में 60,000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जाएंगे। हर प्रखंड में डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे और पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर डेंटल कॉलेज भी स्थापित किए जाएंगे। SC/ST छात्रों के लिए प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप की राशि दोगुनी की गई है, जो उनकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
स्वास्थ्य और इंफ्रास्ट्रक्चर
स्वास्थ्य और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में भी सरकार ने बड़ी घोषणाएं की हैं। 20,335 करोड़ रुपये का बजट स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए रखा गया है, जिससे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर बेहतर होगा। इसके साथ ही, बिहार में पूर्णिया एयरपोर्ट के अलावा अन्य सात शहरों में एयरपोर्ट बनाने की योजना है, जिससे राज्य में यात्रा की सुविधाएं बढ़ेंगी।
वित्तीय स्थिति और विकास
बजट भाषण में वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि बिहार सरकार का राजकोषीय घाटा निर्धारित सीमा से 3% नीचे है और अगले वर्ष का बजट पिछले वर्ष से 38,000 करोड़ रुपये ज्यादा है। यह राज्य की वित्तीय स्थिति में सुधार को दर्शाता है, जो राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाएगा।
विपक्षी प्रतिक्रिया
बजट के दौरान विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने सरकार की योजनाओं पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि इस बजट में किसानों और महिलाओं के लिए पर्याप्त आर्थिक मदद नहीं दी गई और अन्य जरूरी मुद्दों को नजरअंदाज किया गया है। हालांकि, सरकार का कहना है कि यह बजट बिहार के विकास को गति देने के लिए तैयार किया गया है।
बिहार का बजट 2025 महिलाओं, किसानों और शिक्षा के लिए सकारात्मक दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। राज्य सरकार ने इस बजट के माध्यम से अपने प्रमुख मुद्दों पर फोकस किया है, जो राज्य के विकास के लिए जरूरी हैं। हालांकि, विपक्षी आलोचनाओं को ध्यान में रखते हुए, सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि इन योजनाओं को सही तरीके से लागू किया जाए, ताकि हर वर्ग को इसका लाभ मिल सके।
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