उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के गरीबों के इलाज को लेकर एक ऐतिहासिक ऐलान किया है। अब, आयुष्मान कार्ड के बिना भी राज्य के प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिलेगा! मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की है कि जिन गरीबों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है, उनके इलाज का खर्च उत्तर प्रदेश सरकार खुद वहन करेगी। इस कदम से उन लाखों गरीबों को राहत मिलेगी, जिनके पास इलाज के लिए पैसे नहीं होते और जो मेडिकल बिलों के कारण बर्बाद हो जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने दिया यह निर्देश
योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में गोरखपुर में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में लोगों से मुलाकात की और उनके इलाज से जुड़ी समस्याओं को गंभीरता से सुना। जब एक महिला ने अपने परिजन के इलाज के लिए मेदांता अस्पताल में भर्ती कराने की अपनी आर्थिक तंगी की बात की, तो मुख्यमंत्री ने उसे आश्वस्त किया। उन्होंने कहा, “आप इलाज के लिए परेशान न हों, अस्पताल में भर्ती कराकर डॉक्टर से उपचार का अनुमानित खर्च (इस्टीमेट) ले आइए, राज्य सरकार इसका खर्च उठाएगी।”
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आयुष्मान कार्ड की प्रक्रिया को तेज़ किया जाए ताकि हर पात्र व्यक्ति को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने इस बात को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को आदेश दिया कि जल्द से जल्द आयुष्मान कार्ड बनाने का काम पूरा किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सकें।
गरीबों को मिलेगी राहत
यह ऐलान खासतौर पर उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत है, जिनके पास इलाज के पैसे नहीं होते या फिर जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है। अब उन गरीबों के लिए एक नई उम्मीद पैदा हुई है जो अस्पतालों में इलाज करवा पाने में असमर्थ थे। सीएम योगी का यह कदम स्वास्थ्य सुरक्षा के क्षेत्र में एक अहम कदम है, जो यह साबित करता है कि सरकार ने जनता की समस्याओं को समझा है और उनका समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सीएम योगी ने दी जनता को आश्वासन
जनता दर्शन के दौरान सीएम योगी ने किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं होने की बात कही। उन्होंने सभी लोगों को यह विश्वास दिलाया कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा और कोई भी व्यक्ति बेहतर इलाज से वंचित नहीं रहेगा। इस अवसर पर उन्होंने अफसरों को सख्त निर्देश दिए कि वह सभी समस्याओं का समाधान पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता से करें। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यदि किसी को सरकारी योजना से मदद मिलती है तो उसे किसी प्रकार का तनाव या चिंता नहीं होनी चाहिए।
आयुष्मान कार्ड के बिना भी होगा इलाज
इस फैसले से यह साफ हो गया है कि उत्तर प्रदेश सरकार गरीबों और जरूरतमंदों के इलाज के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। आयुष्मान भारत योजना के तहत, अगर किसी के पास कार्ड नहीं है, तो भी राज्य सरकार उन मरीजों के लिए खर्च उठाएगी। इस योजना के तहत, अब सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने का अवसर उन लोगों को मिलेगा जिनके पास इलाज के पैसे नहीं होते, और जिनका आयुष्मान कार्ड बनवाना बाकी था।
यह कदम उत्तर प्रदेश सरकार के लिए एक ऐतिहासिक फैसला साबित हो सकता है। चिकित्सा के क्षेत्र में एक बड़ा सुधार लाने की दिशा में यह एक अहम कदम है। जब तक लोग आर्थिक तंगी और स्वास्थ्य के खर्चों से जूझते रहेंगे, तब तक इस तरह के कदमों की जरूरत है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह फैसला राज्य सरकार की समाज कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस पहल से यह साबित होता है कि सरकार अपनी जनता की भलाई के लिए कृतसंकल्प है और उसे किसी भी प्रकार के आर्थिक तनाव से मुक्त कराना चाहती है।
आशा है कि इस फैसले से न केवल गरीबों को राहत मिलेगी, बल्कि अन्य राज्यों को भी इस दिशा में कदम उठाने की प्रेरणा मिलेगी। स्वास्थ्य सुविधाओं का न्यायसंगत वितरण और समाज के हर वर्ग तक इसकी पहुंच सुनिश्चित करने के लिए यह एक बेहतरीन शुरुआत है।
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