Bengaluru Tech Summit-2024 : भारत के टेक्नोलॉजी क्षेत्र ने एक बार फिर अपनी ताकत का प्रदर्शन दुनिया को दिखाया है। बेंगलुरु टेक समिट-2024, एशिया की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी, 19 से 22 नवंबर के बीच आयोजित हुई। इस समिट में भारत और दुनिया के 300 से अधिक स्टार्टअप्स ने अपने अनूठे और अत्याधुनिक प्रोडक्ट्स का प्रदर्शन किया।
इस इवेंट में प्रमुख भारतीय संस्थान जैसे DRDO, ISRO, IIT, IISc, और C-DOT ने अपनी उन्नत तकनीकों को पेश किया। साथ ही, दुनिया भर के विशेषज्ञों ने नई टेक्नोलॉजी और विचारों पर चर्चा की। यह समिट वैश्विक स्तर पर भारत की तकनीकी क्षमता को और मजबूत करने का संकेत देती है।
नई तकनीकों की झलक
1. वेक्टर ऑटोनोमस रोवर (IIT Bombay)
यह रोवर कृषि और पर्यावरण के लिए क्रांतिकारी साबित हो सकता है। यह तापमान और अन्य डेटा को स्टोर करने के साथ-साथ पौधों के स्वास्थ्य की जांच करने में सक्षम है। यह 7 किलोग्राम का पेलोड ले जा सकता है और स्मार्ट फार्मिंग के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण बन सकता है।
2. टेलीस्कोप: अंतरिक्ष की गहराइयों तक पहुंच (ISRO)
ISRO और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों द्वारा विकसित किया जा रहा 30-मीटर का टेलीस्कोप, 2029 तक तैयार होगा। यह अंतरिक्ष और हमारी आकाशगंगा की जानकारी जुटाने में मदद करेगा। यह भारत, अमेरिका और जापान के सहयोग से बनाया जा रहा है।
3. ऑटोनोमस ड्रोन डोकिंग स्टेशन (NXT 큐ब)
यह डिवाइस दूरस्थ क्षेत्रों में ड्रोन के संचालन और चार्जिंग को आसान बनाता है। इससे ड्रोन को रिमोटली लॉन्च और नियंत्रित किया जा सकता है। यह आपदा प्रबंधन और निगरानी के लिए उपयोगी साबित हो सकता है।
4. वर्चुअल लैब्स: शिक्षा का भविष्य (रूस)
रूस के 20 से अधिक स्टार्टअप्स ने अपनी तकनीकों का प्रदर्शन किया। इनमें ‘वर्चुअल लैब्स’ ने शिक्षा क्षेत्र में अपनी तकनीकी क्षमताओं से सबको प्रभावित किया। यह प्लेटफॉर्म 16 लाख छात्रों को डिजिटल लर्निंग सामग्री उपलब्ध करवा चुका है।
5. मोबाइल मैनिपुलेटर रोबोट: सफाई में मददगार
सरकार रोबोटिक्स द्वारा डिजाइन किया गया यह रोबोट फार्मा कंपनियों, ट्रेनों और अस्पतालों को स्वच्छ रखने में मदद करता है। इसे हाल ही में भारतीय रेलवे द्वारा भोपल में इस्तेमाल किया गया। यह चलते हुए ट्रेन कोच को भी साफ करने में सक्षम है।
समिट की उपलब्धियां
बेंगलुरु टेक समिट-2024 न केवल एक प्रदर्शनी थी, बल्कि यह वैश्विक तकनीकी संगठनों के बीच सहयोग का मंच भी बनी। यह समिट नई पीढ़ी की तकनीकों और विचारों के आदान-प्रदान के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई।
भारत की तकनीकी क्षमताओं को प्रदर्शित करने वाली यह समिट न केवल देश के स्टार्टअप्स और संस्थानों को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने में सफल रही, बल्कि तकनीकी नवाचार के नए आयाम भी खोलती है। यह कार्यक्रम आने वाले सालों में टेक्नोलॉजी डेवलेपमेंट में अहम भूमिका के तौर पर देखा जा रहा है।
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