25 Feb. Gandhinagar: जब से कोरोना काल शुरू हुआ है, तब से मानो सभी को एक ही नसीहत दी गई है कि सोशल डिस्टेंसिंग यानी सामाजिक दूरी का पालन किया जाए। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते करते मानो लाखों का खर्चा हो रहा है। विधानसभा में एक विधायक की बैठक की व्यवस्था के पीछे करीब एक लाख का खर्च होता है।
कोरोना संक्रमण के बीच 1 मार्च से शुरू होने वाले गुजरात विधानसभा बजट सत्र में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए विधायकों की बैठक की व्यवस्था में बदलाव किया गया है। विधानसभा में करीब 80 विधायक हैं और उन्हें अलग-अलग बैठाने की व्यवस्था के चलते कई बदलाव किए गए हैं। इस नई व्यवस्था के पीछे 70 से 80 लाख रुपए का खर्च हुआ है। मतलब यह कह सकते हैं की एक विधायक की बैठक की व्यवस्था के पीछे एक लाख रुपए का खर्च किया गया है। इस विधानसभा में 3 मार्च को वित्तमंत्री गुजरात का बजट पेश करेंगे।
सितंबर में जब मानसून सत्र मिला था तो उस वक्त 80 विधायकों को प्रेक्षक गैलरी में बैठाया गया था। चार दिवसीय सत्र हुआ था जिसमें व्यवस्था को बदला नहीं गया। लेकिन एक महीने का बजट सत्र के लिए विधायकों को लोह के प्लेटफार्म की तैयारी की गयी है, जो प्रेक्षक गैलरी और आराम युक्त बैठक के बीच में बनायी गयी है।
इस व्यवस्था से सामाजिक दूरी का तो पालन होगा ही, लेकिन इसके पीछे खर्च भी बहुत हुआ है।
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