Avani Lekhara: भारतीय पैरा शूटर अवनि लेखरा ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने पेरिस पैरालिंपिक में शूटिंग में गोल्ड मैडल हासिल कर लिया है। इसी के साथ वह लगातार दो पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। अवनि इससे पहले इसी पैरा ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट भी बनी थीं। इस प्रकार इस भारतीय निशानेबाज ने रिकॉर्डों की झड़ी लगाकर भारत को गौरवान्वित किया है।
अवनी SH1 सीरीज की 10 मीटर एयर राइफल शूटर हैं। उन्होंने टोक्यो पैरालिंपिक में इसी वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। वह पैरा ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाली भारत की पहली महिला बनीं। इसके साथ ही उन्होंने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन एसएच1 इवेंट में कांस्य पदक भी जीता। अवनी ने इस उपलब्धि से न सिर्फ खेल बल्कि सामाजिक और मानसिक सीमाओं को भी पार किया और भारत के करोड़ों लोगों को प्रेरित किया।
कौन है अवनी लेखरा
अवनी लेखरा का जन्म 8 नवंबर 2001 को जयपुर, राजस्थान में हुआ था। उनके जीवन में सबसे बड़ा मोड़ 2012 में आया, जब एक कार दुर्घटना में उनकी रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लगी, जिससे वह लकवाग्रस्त हो गईं। महज 12 साल की उम्र में उनके साथ हुए इस हादसे ने अवनि की जिंदगी पूरी तरह से बदल दी, लेकिन अवनि ने इस कठिन परिस्थिति को चुनौती के रूप में लिया। अवनि ने मशहूर निशानेबाज अभिनव बिंद्रा से प्रेरणा ली और उनकी आत्मकथा से उन्हें ताकत मिली। निशानेबाजी में रुचि दिखाने के बाद उन्होंने इस खेल पर ध्यान देना शुरू किया। 2015 में उन्होंने पहली बार नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लिया. इसके बाद उन्होंने पैरालिंपिक में दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीता।
इस बार पेरिस पैरालिंपिक 2024 में भारत के 84 पैरा एथलीटों ने हिस्सा लिया है। पिछले पैरालिंपिक में भारतीय पैरा एथलीटों ने 19 पदक जीते थे और देशों की अंक तालिका में 24वें स्थान पर रहे थे। इस बार भी भारतीय पैरा एथलीटों से काफी उम्मीदें हैं.
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