हिंदू पंचांग के मुताबिक छठ पूजा का महापर्व कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इस साल छठ पूजा के महापर्व की शुरुआत 17 नवंबर से हो रही है जो 20 नवंबर तक चलेगी। यह व्रत बच्चों की दीर्घायु, सफलता और उनके स्वास्थ्य के लिए किया जाता है। आइए जानते हैं छठ महापर्व का महत्व क्या है और पहले दिन पर किस मुहूर्त में की जाएगी पूजा।
छठ पूजा के दिन छठ माता और सूर्य देवता की पूजा अर्चना की जाती है। इसके साथ ही इस दिन भगवान शिव की उपासना करना भी शुभ माना जाता है। इसे सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। यह व्रत संतान की लंबी उम्र और परिवार की खुशहाली के लिए किया जाता है।
छठ पूजा की शुरुआत नहाय खाय से हो जाती है। दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन अर्घ्य और चौथे दिन उषा अर्घ्य दिया जाता है।
छठ का पहला दिन नहाय खाय
छठ महापर्व की शुरुआत नहाय खाय से की जाती है। इस दिन महिलाएं नदी में स्नान करती हैं। इसके साथ ही इस दिन केवल एक वक्त ही भोजन किया जाता है।
नहाय खाय का शुभ मुहूर्त, जानें कैसे करें पूजा
नहाय खाय पर सुर्यादय का वक्त सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर होगा और वहीं, कल सूर्यास्त का वक्त शाम 5 बजकर 27 मिनट पर होगा।
छठ पूजा के पहले दिन स्नान आदि करने के बाद भगवान सूर्य की पूजा करें और उसके बाद एक बार ही अन्न ग्रहण करें। ध्यान रखें कि इस दिन साफ या नए कपड़े पहनकर ही भोजन करें। आपका भोजन पूरी तरह सात्विक होना चाहिए लहसुन प्याज आदि का प्रयोग न करें।
More Stories
माँ से माहिर तक: परिवार को दिया गया समय न केवल मूल्यवान है बल्कि बेहद महत्वपूर्ण भी…
Coldplay कॉन्सर्ट से मुंबई-अहमदाबाद Airfare 22000 के पार, ट्रेनों में 300 से अधिक वेटिंग
कोलकाता के काली मंदिर पहुंचे गंभीर, आज ईडन गार्डन्स में पहला टी-20 मुकाबला