प्रयागराज
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज प्रयागराज के पावन संगम तट पर महाकुंभ में स्नान कर धर्म और आस्था का अनुपम संगम किया। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि और योग गुरु बाबा रामदेव भी मौजूद रहे। मंत्रोच्चारण के बीच संतों ने शाह का गंगा में पूजन करवाया।
करीब 10 मिनट तक चले इस संगम स्नान के बाद अमित शाह अक्षयवट के दर्शन के लिए रवाना हुए और फिर साधु-संतों के साथ बैठक कर धार्मिक मुद्दों पर चर्चा की। महाकुंभ के इस विशेष दौरे के दौरान शाह पांच घंटे तक कुंभ नगरी में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
आगमन और स्वागत समारोह गृह मंत्री अमित शाह का विशेष विमान सुबह 11:30 बजे बमरौली एयरपोर्ट पर लैंड हुआ, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने उनका भव्य स्वागत किया। इसके बाद वे बीएसएफ हेलिकॉप्टर के माध्यम से दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) पहुंचे और फिर कार से अरैल घाट तक गए। वहां से स्टीमर द्वारा वीआईपी घाट पहुंचे, जहां पहले से संतों और श्रद्धालुओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। शाह ने इस दौरान साइबेरियन पक्षियों को दाना भी खिलाया।
स्नान और पूजन अनुष्ठान वीआईपी घाट पर शाह ने मंत्रोच्चारण के बीच आस्था की डुबकी लगाई। संतों ने उनके माथे पर चंदन का तिलक लगाया और पूजा-अर्चना की। संतों के साथ संवाद करते हुए शाह ने कुंभ को भारत की सनातन संस्कृति का प्रतीक बताया और कहा कि यह आयोजन एकता और समरसता को दर्शाता है।
शाह का कुंभ में कार्यक्रम स्नान के बाद शाह स्टीमर से किला घाट पहुंचे, जहां उन्होंने अक्षयवट के दर्शन किए। दोपहर 1:45 बजे जूना अखाड़े में पहुंचे और साधु-संतों के साथ धार्मिक मुद्दों पर चर्चा की। शाह ने संतों के साथ भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया और आशीर्वाद प्राप्त किया।
विशेष सुरक्षा व्यवस्था अमित शाह के आगमन को लेकर प्रयागराज में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। घाटों पर नावों के संचालन को सुबह से ही रोक दिया गया, जबकि लेटे हनुमान मंदिर में श्रद्धालुओं की एंट्री पर अस्थायी रोक लगाई गई।
शाह की सोशल मीडिया पोस्ट कुंभ में स्नान से पहले अमित शाह ने सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए लिखा, “महाकुंभ सनातन संस्कृति का अद्वितीय प्रतीक है। यह आयोजन हमारे जीवन-दर्शन में एकता और अखंडता का संदेश देता है। आज इस पावन अवसर पर संगम स्नान और संतजनों का आशीर्वाद लेने के लिए उत्सुक हूं।”
महाकुंभ भारतीय संस्कृति और धर्म का एक अनूठा संगम है, जहां देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु जुटते हैं। गृह मंत्री अमित शाह की इस धार्मिक यात्रा से न केवल सांस्कृतिक एकता को बल मिलेगा, बल्कि यह संदेश भी जाता है कि आध्यात्मिकता और राष्ट्रीय एकता एक-दूसरे के पूरक हैं। शाह का इस महायोजन में शामिल होना कुंभ मेले की वैश्विक प्रतिष्ठा को और अधिक मजबूत करेगा।
महाकुंभ जैसे आयोजनों में शीर्ष नेतृत्व की भागीदारी से धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को मजबूती मिलती है और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनती है।
More Stories
वक्फ संशोधन विधेयक को JPC की मंजूरी: 14 संशोधनों को मिली हरी झंडी, विपक्ष के सुझाव खारिज
Coldplay देखने आए सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के साथ हुआ बड़ा कांड, सालों की मेहनत बर्बाद!
भारत का ऐसा मंदिर जहां भगवान शिव पर चढ़ाए जाते हैं जिंदा केकड़े