ब्लैकआउट की चपेट में आईं ये भारतीय शहर, प्रशासन ने की घरों में रहने की अपील!
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण गुरुवार, 8 मई 2025 को देश के विभिन्न हिस्सों में अचानक ब्लैकआउट की स्थिति उत्पन्न हो गई। जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, और राजस्थान के कई इलाकों में अंधेरा छा गया, साथ ही प्रशासन ने नागरिकों से घरों के भीतर रहने और सतर्क रहने की अपील की। इस दौरान सायरन की आवाजें भी सुनाई दीं, जिससे माहौल में चिंता का माहौल था।
ब्लैकआउट का कारण और स्थिति
यह घटनाएं भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान द्वारा किए गए उकसावे की कार्रवाई के बाद सामने आईं। पाकिस्तान ने ड्रोन हमलों के जरिए भारतीय सीमा पर हमला करने की कोशिश की थी, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया था। इन सुरक्षा स्थितियों के मद्देनजर, भारतीय प्रशासन ने कई प्रमुख इलाकों में ब्लैकआउट का निर्णय लिया।
गुरुवार को पंजाब के पठानकोट और अमृतसर में ब्लैकआउट किया गया, जहां तेज आवाजें सुनाई दीं। इन क्षेत्रों में प्रशासन ने स्पष्ट किया कि लोगों को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन अपील की गई कि लोग अपने घरों में सुरक्षित रहें और बाहर न निकलें।
यहां हुईं ब्लैकआउट की घटनाएं:
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जम्मू और कश्मीर: जम्मू डिवीजन के सांभा और अखनूर में ब्लैकआउट हुआ, और सायरन की आवाजें गूंजने लगीं। किश्तवाड़ में भी यही स्थिति बनी।
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पंजाब: जालंधर, पठानकोट, अमृतसर, और लुधियाना जैसे प्रमुख शहरों में पूर्ण ब्लैकआउट किया गया। इसके साथ ही श्रीनगर और उधमपुर में भी सुरक्षा कारणों से ब्लैकआउट किया गया।
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राजस्थान: राज्य के कई हिस्सों में, खासकर जैसलमेर में, ब्लैकआउट की स्थिति बन गई।
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हिमाचल प्रदेश: धर्मशाला में स्टेडियम के आसपास भी ब्लैकआउट किया गया।
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गुजरात: कच्छ जिले में भी पूरी तरह से ब्लैकआउट किया गया।
ड्रोन हमलों की असफलता और प्रशासन की तैयारी
पठानकोट और जालंधर में पाकिस्तान के दो ड्रोन को भारतीय सुरक्षा बलों ने मार गिराया, जिससे पाकिस्तान की नापाक साजिश नाकाम हो गई। इसके बावजूद, प्रशासन ने हर संभव कदम उठाया ताकि नागरिकों को सुरक्षित रखा जा सके और किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
लोगों से अपील….
इस दौरान प्रशासन की ओर से लगातार अपील की गई कि लोग अपने घरों में ही रहें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। ब्लैकआउट के दौरान सायरन की आवाजें सुनने पर भी घबराने की जरूरत नहीं है, यह केवल सुरक्षा के दृष्टिकोण से लिया गया कदम था।
सुरक्षा स्थिति की सतत निगरानी
भारत-पाकिस्तान सीमा पर हो रही गतिविधियों के मद्देनजर, सुरक्षा एजेंसियां लगातार अपनी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। भारतीय सेना और पुलिस प्रशासन किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
यह घटनाएं यह साबित करती हैं कि भारत ने अपनी सुरक्षा को लेकर कोई भी समझौता नहीं किया है और देश के नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है।

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