गुजरात के जूनागढ़ में जिला प्रशासन ने बड़े पैमाने पर अवैध अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चलवाया। ऐतिहासिक ऊपरकोट किले के विस्तार क्षेत्र और धारागढ़ दरवाज़ा इलाके में यह कार्रवाई की गई, जिसमें 100 से अधिक अवैध ढांचों को ध्वस्त किया गया।
प्रशासन का कड़ा रुख, पहले ही जारी किए गए थे नोटिस
जूनागढ़ के उपजिलाधिकारी (SDM) चरणसिंह गोहिल ने जानकारी दी कि अतिक्रमणकारियों को पहले से ही नोटिस दिया गया था, लेकिन तय समय सीमा के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाए गए। इसके बाद प्रशासन ने पुलिस की निगरानी में बुलडोजर अभियान चलाया। अभी तक 59 अवैध निर्माणों को हटाया जा चुका है और अभियान जारी है।
भारी सुरक्षा व्यवस्था, ड्रोन से निगरानी
किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। कार्रवाई के दौरान कुल 260 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को मौके पर तैनात किया गया, जिनमें 3 डिप्टी एसपी (DYSO), 9 पुलिस इंस्पेक्टर (PI) और 26 पुलिस सब-इंस्पेक्टर (PSI) शामिल थे। ड्रोन की मदद से इलाके की निगरानी की गई ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे।
अहमदाबाद में भी चली थी बड़ी कार्रवाई
इससे एक दिन पहले अहमदाबाद के चंदोला झील क्षेत्र में भी व्यापक स्तर पर अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया था। यहां अवैध बांग्लादेशी बस्तियों को निशाना बनाया गया, जहां 100 से अधिक लोगों की पहचान की गई थी जो अवैध रूप से रह रहे थे। बिजली कनेक्शन काटे गए और झोपड़ियों को गिराने के लिए करीब 80 बुलडोजर तैनात किए गए थे।
आगे भी जारी रहेगा अभियान
प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और किसी भी तरह के अवैध कब्जे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चंदोला क्षेत्र में अगले कुछ दिनों में एक और मेगा डिमोलिशन ड्राइव की योजना भी बनाई जा रही है।
निष्कर्ष
जूनागढ़ और अहमदाबाद में बुलडोजर की गूंज इस बात का संकेत है कि गुजरात सरकार अब अवैध कब्जों के खिलाफ सख्त रवैया अपना चुकी है। चाहे ऐतिहासिक धरोहरों के आसपास का मामला हो या अवैध बस्तियों का, प्रशासन अब चेतावनी नहीं, कार्रवाई की भाषा में बात कर रहा है।

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