भारतीय शेयर बाजार ने अप्रैल 2025 में जबरदस्त तेजी दिखाई, जिससे निवेशकों की संपत्ति में ₹7 लाख करोड़ का इजाफा हुआ। सेंसेक्स 1067.49 अंकों की बढ़त के साथ 79,620.69 पर पहुंचा, जबकि निफ्टी 332.35 अंकों की तेजी के साथ 24,184 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
कमजोर अमेरिकी डॉलर और मजबूत घरेलू आर्थिक संकेतकों के चलते विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारतीय बाजार में वापसी की है। पिछले तीन सत्रों में उन्होंने ₹14,670 करोड़ की खरीदारी की है।
बैंकिंग और वित्तीय शेयरों में तेजी:
ICICI बैंक और HDFC बैंक जैसे प्रमुख बैंकों के बेहतर तिमाही नतीजों ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है। इन शेयरों में क्रमशः 0.9% और 1.3% की वृद्धि दर्ज की गई।
निफ्टी की रिकॉर्ड तेजी:
निफ्टी ने 23 सत्रों में 1,000 अंकों की छलांग लगाई, जो 2021 के बाद सबसे तेज़ वृद्धि है।
निवेशकों की संपत्ति में वृद्धि:
बाजार की इस तेजी से निवेशकों की कुल संपत्ति ₹7 लाख करोड़ बढ़कर ₹426.12 लाख करोड़ हो गई है।
सेक्टोरल प्रदर्शन
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बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र: IndusInd बैंक, यस बैंक, एक्सिस बैंक और SBI के शेयरों में 3% से 5% तक की वृद्धि देखी गई।
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ऊर्जा और तेल-गैस क्षेत्र: इन सेक्टरों में भी खरीदारी बढ़ी, जिससे संबंधित सूचकांकों में 1.7% से 2% तक की तेजी आई।
इस तेजी के पीछे विदेशी निवेशकों की वापसी, मजबूत बैंकिंग नतीजे और वैश्विक आर्थिक संकेतकों का सकारात्मक प्रभाव है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह रुझान जारी रहा, तो भारतीय बाजार नए उच्चतम स्तरों को छू सकते हैं।

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