प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आरएसएस मुख्यालय यात्रा पर केंद्रित है, जहां उन्होंने हेडगेवार और गोलवलकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। यह कार्यक्रम हिंदू नववर्ष के अवसर पर आयोजित किया गया था प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा को राजनीतिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, और प्रधानमंत्री मोदी का यहां आकर श्रद्धांजलि देना इस संगठन के साथ उनके गहरे संबंध को दर्शाता है।
हेडगेवार और गोलवलकर, जो आरएसएस के संस्थापक और विचारक थे, उन्होंने संगठन की नींव रखी और इसके मूल सिद्धांतों को विकसित किया। मोदी ने उनकी प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें सम्मान दिया।
इस कार्यक्रम में हिंदू नववर्ष का विशेष महत्व रहा, क्योंकि यह आयोजन भारतीय संस्कृति और परंपराओं को सम्मान देने के लिए किया गया था। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इस अवसर पर राष्ट्रवाद, सांस्कृतिक एकता और हिंदू समाज की भूमिका पर प्रकाश डाला इस यात्रा के राजनीतिक निहितार्थ भी हो सकते हैं, क्योंकि इसे आगामी चुनावों के संदर्भ में संघ और भाजपा के संबंधों को और मजबूत करने के रूप में देखा जा सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा न केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण थी, बल्कि यह राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण संदेश देती है। यह घटना भारतीय राजनीति में आरएसएस की महत्वपूर्ण भूमिका को पुनः रेखांकित करती है और यह दर्शाती है कि संग

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