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May 11, 2024

चक्रवात यास का रौद्र रुप

चक्रवात ताऊते के बाद चक्रवात यास ने देश के कई राज्यों में कहर मचा दिया है, सबसे ज्यादा नुकसान पश्चिम बंगाल के गांवों में हुआ है।जहां चक्रवात ने सिर्फ तबाही के मंजर पीछे छोड़े हैं। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में काशीनाथपुर घाट पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला। जिसे कोलकाता पुलिस ने बरामद कर लिया है। चक्रवात यास से प्रभावित क्षेत्र में कई लोग तूफान का शिकार बन गए हैं। कई जगहों पर पेड़ गिर गए हैं, बिजली के तार टूट गए हैं, मिट्टी के घरों की दीवारें गिर गई है और घर तहस-नहस हो गए हैं।कई जगह पशुधन को भी नुकसान हुआ है। जिसे सामान्य करने की कोशिश में फिलहाल प्रशासन जुटा हुआ है।पश्चिम बंगाल के दीघा का खूबसूरत समुद्र तट भी चक्रवात के चलते तबाह हो गया है। तूफान के चलते यहां समंदर गरजता हुआ देखा गया ।समंदर का पानी तटीय क्षेत्रों में भर जाने से कई दुकानें ढह गई और सामान पानी में बह गया। दुकानदारों के मुताबिक समुद्र का ऐसा भयानक रूप उन्होंने आज से पहले कभी नहीं देखा। गारोवेल टॉप से करीब 1 किलोमीटर दूर पुराने दीघा शहर में बड़े-बड़े पत्थर सड़क पर आ गए हैं, और ट्रैफिक जाम हो गया है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यहां का दौरा कर नुकसान की जानकारी हासिल की।वहीं पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में करंट लगने से दो युवकों की मौत हो गई। यहां दिनभर भारी बारिश बरसती रही और चक्रवात यस के चलते हुगली नदी पर बनाया गया भी डैम टूट गया है। डैम का पानी नदीग्राम में भर गया है, नंदीग्राम के विभिन्न इलाके कल से ही जलमग्न है और आज तो यहां के लोग पानी में आई हुई मछलियों को पकड़ते हुए भी देखने मिले। जलपाई गांव में साइकिल पर दो युवकों के शव सड़क किनारे देखे गए।स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि कई मछुआरे भी पानी में डूब गए हैं।पश्चिम बंगाल के नदिया के नकाशीपारा की बिल कुमारी पंचायत के 46 वर्षीय सनातन बर्मन भी चक्रवात के प्रकोप की भेंट चढ़ गए। बिजली गिरने से उनकी खेत में ही मौत हो गई। इसके अलावा कई पक्षी भी मारे गए हैं, जो आसपास जमीन पर पड़े देखने मिले।दो दिवसीय चक्रवात के असर के चलते पश्चिम बंगाल के सुंदरवन में भी उथल-पुथल मची हुई है यहां नदियों ने अपनी सीमाएं लांग दी है तो कहीं-कहीं डैम टूट गए हैं बारिश का और नदियों का पानी भर जाने से खेतों में तैयार फसल बर्बाद हो गई है और मछलियां तालाब से बाहर आ गई है।राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन प्रभावित इलाकों का दौरा कर तबाही की समीक्षा की।वही पर्यटकों की पसंदीदा जगह मंदारमोनी आज कोई खंडहर के जैसी लग रही है। यहां समुद्र का पानी गांव के घरों में भर गया है और यहां के लोगों के घरों में से कपड़े, खाना, बर्तन,घर सब कुछ छीन लिया है। लोगों के चेहरों पर सिर्फ बेबसी के निशान दिखाई पड़ रहे हैं।आखिर छोटे बच्चों के साथ गरीब वर्ग के यह लोग जाएं तो जाएं कहां।