दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच एक तीखा राजनीतिक विवाद छिड़ चुका है, जिसमें दोनों पार्टियां आपराधिक कनेक्शनों, हिंसा और विवादित उम्मीदवारों को लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रही हैं। यह तनातनी उस समय और बढ़ गई जब 18 जनवरी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गाड़ी पर हमला हुआ।
AAP का आरोप: BJP अपराधियों को बचा रही है
AAP प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा पर गंभीर आरोप लगाए, कहती हैं कि वह कुख्यात अपराधियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जिनके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और डकैती जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। कक्कड़ ने यह भी दावा किया कि केजरीवाल पर हमला करने वाले तीन लोग प्रवेश वर्मा के सहयोगी थे और वर्मा को यह बताना चाहिए कि वह ऐसे अपराधियों को क्यों बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
इसके जवाब में बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि AAP खुद अपराधियों को विधानसभा में भेजने वाली पार्टी बन गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि AAP के लगभग 60% उम्मीदवारों का आपराधिक रिकॉर्ड है, जो उनकी पार्टी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाता है।
बीजेपी का पलटवार: केजरीवाल की चुप्पी और घुसपैठियों पर आरोप
बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि जब से केजरीवाल को यह पता चला कि हमलावर उनका वोट बैंक से था, तब से वह चुप हैं। भंडारी ने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को संरक्षण दे रहे हैं, जैसे कि उन्होंने कोविड-19 के दौरान रोहिंग्याओं को 10,000 रुपये बांटे थे।
भंडारी ने यह सवाल उठाया कि केजरीवाल और उनकी पार्टी घुसपैठियों को बचाने के लिए अपनी नीतियां बना रहे हैं।
AAP का पलटवार: भ्रष्टाचार और बीजेपी का रिकॉर्ड
AAP ने बीजेपी पर भ्रष्टाचार के आरोपों को और बढ़ाते हुए, अपने नेता सौरभ भारद्वाज के माध्यम से प्रवेश वर्मा की वित्तीय स्थिति पर सवाल उठाया। भारद्वाज ने दावा किया कि पिछले 5 सालों में प्रवेश वर्मा की सालाना आय 11,488% बढ़ गई है। उन्होंने यह आंकड़ा प्रस्तुत किया कि 2019 में वर्मा की सालाना आय 17 लाख रुपये थी, जो अब बढ़कर 19 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है।
AAP ने बीजेपी को अपनी उपलब्धियों के बारे में सवाल करते हुए एक खाली किताब जारी की, जिसका नाम था “दिल्ली में बीजेपी की उपलब्धियां”, जिसमें पन्ने खाली थे, ताकि बीजेपी की कथित विफलताओं को उजागर किया जा सके।
केजरीवाल पर हमले को लेकर विवाद
केजरीवाल पर हमले को लेकर भी राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने कहा कि इस हमले का मुद्दा AAP और BJP दोनों ने मिलकर बनाया है, लेकिन उनका ध्यान इस समय विकास कार्यों पर है। वहीं, प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि बीजेपी ने इस हमले को एक नाटक बना दिया है और खुद इसे लेकर राजनीति कर रही है।
आगे का रास्ता: 5 फरवरी को मतदान
दिल्ली चुनाव के नजदीक आते ही यह राजनीतिक संग्राम और भी तेज हो गया है। 5 फरवरी को दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा, जबकि नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। इस बीच, AAP और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रहेगा।
इस समय दोनों पार्टियों को अपनी-अपनी राजनीति छोड़कर दिल्ली की असली समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इन चुनावों में सिर्फ आरोपों और व्यक्तिगत हमलों से कोई फायदा नहीं होने वाला। दिल्लीवासियों को एक साफ, प्रभावी और विकास आधारित सरकार चाहिए, न कि एक और राजनीतिक तमाशा
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