24-05-22
चार धाम यात्रा मार्ग पर अब तक 60 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। 66% मौतें डायबिटीज और हाई बीपी के कारण हुईं। मेडिकल अनफिट तीर्थयात्रियों को यात्रा न करने की सलाह दी जा रही है। यह जानकारी उत्तराखंड की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने सोमवार को दी। चारधाम यात्रा से जुड़ा बड़ा अपडेट यह भी है कि 8 हजार यात्रियों के धाम रवाना होने के बाद प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा रोक दी है। इन यात्रियों को पैदल मार्ग पर रोका गया है।
स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ.शैलजा भट ने कहा, ‘3 मई से शुरू हुई चारधामा यात्रा में अब तक 60 श्रद्धालुओं की मौत हुई है।यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य की जांच की जा रही है ‘ बता दें कि 3 मई को अक्षय तृतीया के दिन चार धामों में से गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुल गए थे, जबकि 6 मई को केदारनाथ की यात्रा शुरू हुई थी। वहीं, 2 दिन के बाद 8 मई को बद्रीनाथ के कपाट खोले गए थे।
चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीढ़ उनके लिए मुसीबत बनती जा रही है।राज्य प्रशासन ने भीड़ के प्रबंधन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य करने के अलावा ऐसे लोगों से यात्रा न करने की अपील की थी जो गंभीर रूप से बीमार हैं।चारधाम यात्रा में कुप्रबंधन की भी खबरें सामने आ रही हैं और तीर्थयात्रियों को मौत को उससे जोड़ कर देखा जा रहा है, जिस पर पिछले दिनों राज्य सरकार ने कहा था कि श्रद्धालुओं की मौत बीमारी के कारण हो रही है।सत्तारूढ़ बीजेपी के एक प्रवक्ता ने यहां तक कहा था कि लोग बीमारी छुपा कर यात्रा में आ रहे हैं और इसलिए यात्रा में उनकी मौत हो रही है।
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