हालही में बॉलीवुड में आई फिल्म मिशन रानीगंज की तरह ही उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में हुए हादसे में 41 मजदूर फंसे हुए हैं। इस हादसे को हुए 10 दिन बीतने के बाद आज एक उम्मीद की किरण सामने आई है। जहां 6 इंच का पाइप मजदूरों के लिए लाइफलाइन बन गया। पहली बार दुनियां ने इन 41 जानें को सुरक्षित देखा। इसके बाद रेस्क्यू टीम और वहां फंसे मजदूरों के परिवारों को नई उम्मीद की किरण नजर आ रही है।
सिलक्यारा टनल में 41 मजदूरों का आज यानी मंगलवार को पहला फुटेज सामने आया है। इसमें 6 इंच चौड़ी नई पाइपलाइन के सहारे रविवार को एंडोस्कोपिक कैमार वहां तक पहुंचाया गया था। इस फुटेज में आप मजदूरों को अच्छी तरह से सुरक्षित देख सकते हैं। इसके सहारे उनसे बातचीत की गई और उनकी गिनती भी कई गई।
इसी 6 इंच वाली पाइप से मजदूरों के लिए सोमवार रात को 24 बोतल में खिचड़ी और दाल भेजी गई। 9 दिन बाद पहली बार मजदूरों को गर्म खाना भेजा गया। इसके अलावा संतरे, सेब और नींबू का जूस भी भेजा गया। मजदूरों की हर एक्टिविटी का पता लगाने के लिए अब दिल्ली से हाईटेक CCTV मंगाए जा रहे हैं। उनको अंदर भेजकर मजदूरों से सेट करवाया जाएगा।
इसके अलावा सोमवार को रेस्क्यू ऑपरेशन में दो अहम सफलता मिली। पहली, 6 इंच चौड़ी नई पाइपलाइन डाली गई। दूसरी, ऑगर मशीन के साथ काम कर रहे मजदूरों को किसी अनहोनी से बचाने के लिए रेस्क्यू टनल बनाई जा चुकी है। मंगलवार दोपहर तक टनल में 3 जगह से ड्रिलिंग शुरू होने की उम्मीद है।
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