प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राजनीतिक भविष्य कई कारकों पर निर्भर करता है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) का प्रदर्शन, देश की आर्थिक स्थिति और जनता की राय प्रमुख हैं। 2024 के आम चुनावों में मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन इस बार BJP को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। पार्टी को 240 सीटें मिलीं, जो 272 के बहुमत से कम थीं। इसके चलते उन्हें अपने सहयोगी दलों के समर्थन से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बनानी पड़ी।
मजबूत लोकप्रियता, लेकिन चुनौतियाँ भी बड़ी
मोदी जी की लोकप्रियता अब भी काफी मजबूत बनी हुई है। जनवरी 2025 के Morning Consult सर्वे के अनुसार, उनकी अप्रूवल रेटिंग 75% से ऊपर है, जिससे वे दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेताओं में शामिल हैं। फरवरी 2025 में BJP ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जिससे यह संकेत मिलता है कि पार्टी का राजनीतिक दबदबा बरकरार है।
हालांकि, सरकार के सामने कुछ बड़ी चुनौतियाँ भी हैं। भारत की आर्थिक वृद्धि दर (GDP) वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 5.4% तक गिर गई, जिससे आर्थिक मंदी की आशंका बढ़ गई है। इसके अलावा, बेरोजगारी और महंगाई भी अहम मुद्दे बने हुए हैं, जो जनता के मूड को प्रभावित कर सकते हैं। विपक्षी INDIA गठबंधन, राहुल गांधी के नेतृत्व में, पहले से अधिक संगठित और मुखर नजर आ रहा है।
मोदी सरकार की रणनीति और भविष्य की योजना
मोदी सरकार अब इन्फ्रास्ट्रक्चर, युवा स्किलिंग और ‘विकसित भारत 2047’ जैसे कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। 2024-25 के बजट में 41 मिलियन युवाओं के लिए नई स्कीमें लॉन्च की गईं, जिनसे भविष्य में रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं। यदि इन योजनाओं का सकारात्मक असर दिखता है और सरकार का गठबंधन स्थिर रहता है, तो 2029 के चुनावों तक मोदी जी सत्ता में बने रह सकते हैं।
लेकिन अगर आर्थिक चुनौतियाँ, सांप्रदायिक तनाव, या विपक्षी एकता मजबूत होती है, तो BJP को 2029 के चुनावों में कठिन चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले चार साल मोदी जी के लिए निर्णायक साबित होंगे।
भविष्य की संभावनाएँ: 2029 तक सत्ता में या बदलाव की लहर?
राजनीतिक पंडितों के अलावा, कुछ ज्योतिषीय भविष्यवाणियाँ भी मोदी जी के लंबे राजनीतिक सफर की ओर इशारा करती हैं। 2017 में किए गए एक भविष्यवाणी के अनुसार, 2029 तक मोदी जी की स्थिति मजबूत रहेगी। हालांकि, इन भविष्यवाणियों को पूरी तरह विश्वसनीय नहीं माना जा सकता।
आने वाले वर्षों में BJP की रणनीति, आर्थिक सुधारों की सफलता और विपक्ष की मजबूती यह तय करेगी कि *2029 के आम चुनावों में नरेंद्र मोदी का करिश्मा बरकरार रहेगा या देश किसी नए नेतृत्व की ओर बढ़ेगा*।

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