02-08-2023
बिहार में जातीय जनगणना जारी रहेगी। पटना हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगाने की मांग से जुड़ी सभी याचिकाएं खारिज कर दी हैं। हाईकोर्ट ने 4 मई को जातीय जनगणना पर अंतरिम रोक लगाई थी। फैसला आने के तुरंत बाद बिहार सरकार ने जाति आधारित गणना कराने का आदेश जारी कर दिया।बिहार में 7 जनवरी से शुरू हुई जातिगत जनगणना के दूसरे फेज का काम तकरीबन 80% पूरा हो चुका था। तभी मामला कोर्ट पहुंचा और इस पर रोक लग गई। देश में सबसे पहले जातीय जनगणना 1931 में हुई थी। 1941 में भी इसका डेटा इकट्ठा हुआ,लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया गया। 2011 में जातीय और सामाजिक-आर्थिक गणना हुई, लेकिन ये आंकड़े भी जारी नहीं किए गए।

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