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दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन? शपथ ग्रहण की तारीख तय, लेकिन सस्पेंस बरकरार!

दिल्ली की राजनीति में इन दिनों हलचल तेज़ है। मुख्यमंत्री पद को लेकर अब तक सस्पेंस बना हुआ है, लेकिन शपथ ग्रहण की तारीख को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, 19 फरवरी को दिल्ली के नए मुख्यमंत्री शपथ ले सकते हैं। इससे पहले, 17 या 18 फरवरी को बीजेपी विधायक दल की बैठक होने की संभावना है, जिसमें मुख्यमंत्री पद के लिए अंतिम फैसला लिया जाएगा।

27 साल बाद सत्ता में लौटी बीजेपी

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की है। 8 फरवरी को आए विधानसभा चुनाव नतीजों में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) मात्र 22 सीटों पर सिमट गई। यह चुनाव परिणाम दिल्ली की सियासत में ऐतिहासिक बदलाव का संकेत देते हैं।

जेपी नड्डा की अहम बैठक – कौन होगा अगला मुख्यमंत्री?

चुनाव जीतने के बाद, 11 फरवरी को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 10 नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात की। इनमें विजेंद्र गुप्ता, रेखा गुप्ता, अरविंदर सिंह लवली, अजय महावर, सतीश उपाध्याय, शिखा राय, अनिल शर्मा, डॉ. अनिल गोयल, कपिल मिश्रा और कुलवंत राणा शामिल थे। इन नेताओं में तीन से चार विधायक मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं

क्या दिल्ली को पहली महिला मुख्यमंत्री मिलेगी?

दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 5 महिला उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की, जिनमें से 4 बीजेपी से हैं। यही वजह है कि अटकलें लगाई जा रही हैं कि दिल्ली को पहली बार महिला मुख्यमंत्री मिल सकती है।

महिला उम्मीदवारों की जीत पर एक नज़र

  • रेखा गुप्ता (शालीमार बाग) – 29,595 वोटों से AAP प्रत्याशी बंदना कुमारी को हराया।
  • पूनम शर्मा (वजीरपुर) – 11,425 वोटों से AAP के राजेश गुप्ता को हराया।
  • नीलम पहलवान (नजफगढ़) – 29,009 वोटों से AAP के तरुण कुमार को मात दी।
  • शिखा राय (ग्रेटर कैलाश) – 3,188 वोटों से AAP के सौरभ भारद्वाज को हराया।

इन्हीं चार नामों में से किसी एक को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है, जिससे दिल्ली को पहली बार महिला मुख्यमंत्री मिलने की संभावना प्रबल हो गई है।

क्या दिल्ली के लिए नया अध्याय शुरू होगा?

दिल्ली के इस चुनाव में जनता ने बदलाव की बयार बहा दी है। 27 साल बाद बीजेपी की वापसी सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं, बल्कि जनता की बदली हुई सोच को भी दर्शाती है। अगर बीजेपी किसी महिला को मुख्यमंत्री बनाती है, तो यह दिल्ली की राजनीति में ऐतिहासिक कदम होगा।

अब सबकी निगाहें 17-18 फरवरी को होने वाली विधायक दल की बैठक और 19 फरवरी को संभावित शपथ ग्रहण पर टिकी हैं। क्या दिल्ली को पहली महिला मुख्यमंत्री मिलेगी? या कोई अनुभवी चेहरा कमान संभालेगा? जल्द ही तस्वीर साफ़ होगी।