ये देखभाल करेगा एक रोबोट। जी हां, इस रोबोट का नाम है ‘ग्रेस’। हांगकांग की कंपनी हैनसन ने इसे तैयार किया है। इस फीमेल रोबोट को तैयार करने का मकसद कोरोना मरीजों की देखभाल करने में जुटे हेल्थ वर्कर्स की मदद करना है।दरअसल, ये रोबोट आइसोलेट कोरोना मरीजों की देखभाल एक नर्स जैसे ही करेगा। ऐसे में हेल्थ वर्कर्स को संक्रमण से बचाया जा सकेगा।नीले रंग के यूनिफॉर्म में खड़े ग्रेस रोबोट के चेस्ट में थर्मल कैमरा फिट है। ये कैमरा टेम्परेचर चेक करके आपकी तबीयत का पता लगा लेगा। ये अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए मरीज की परेशानी को समझकर उसे इंग्लिश, मेंडेरिन और कैटोनीज भाषा में रिप्लाई करता है।ग्रेस को बनाने वाली कंपनी हैनसन ने हांगकांग की रोबोटिक्स वर्कशॉप में इसके बोलने की टेस्टिंग की है। टेस्टिंग के बाद कंपनी ने कहा कि ‘ग्रेस’ लोगों के साथ चल सकती है और इलाज के लिए जरूरी रीडिंग देने में सक्षम है। ये रोबोट बायो रीडिंग, टॉक थेरेपी और दूसरी हेल्थ केयर मदद भी कर सकती है।हैनसन का कहना है कि यह इंसानों की तरह बातें करती है। इससे यह रोबोट नहीं, बल्कि हम-आप जैसी इंसान ही लगती है। ‘ग्रेस’ चेहरे के 48 से अधिक हावभाव को पहचान लेती है। इसको किसी एनिमेशन के कैरेक्टर की तरह डिजाइन किया गया है।
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