कोरोना महामारी को लेकर भारत एक अभूतपूर्व स्वास्थ्य देखभाल संकट का सामना कर रहा है और इससे निपटने में भारत के तमाम डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ और इस प्रोफेशन से जुड़े तमाम लोग जुटे हुए हैं।
वहीं इस दौरान IMA बाबा रामदेव के एक बयान से खफा नजर आ रही है। IMA ने शनिवार को एक प्रेस रिलीज जारी किया है और इसमें सोशल मीडिया पर वायरल हुए योग गुरु रामदेव के वीडियो का जिक्र किया है। इस वीडियो में वे एलोपैथी के विरोध में बोल रहे हैं। जिसके बाद IMA के स्वास्थ्य मंत्री से मांग है कि वो उनके खिलाफ कार्रवाई करें।
आईएमए ने अपने पत्र में लिखा है-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित योगगुरु होने के अलावा, वह एक फार्मास्युटिकल यूनिट के कॉर्पोरेट दिग्गज हैं और जनता को गुमराह करने के लिए बार-बार अपनी कंपनी के उत्पादों के बारे में कई झूठे अधिग्रहण किए हैं।
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