उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने आज सूचना दी है कि, सरकार ने अब सीबीएसई और आईसीएसई के बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द करने के बाद, अब उत्तर प्रदेश बोर्ड के कक्षा 12वीं और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को रद्द कर दिया है। इससे पहले ही दिनेश शर्मा ने एक वीडियो संदेश में कहा था कि, “यूपी के 66 जिलों में COVID -19 की स्थिति कम हो गई है और कोरोना कर्फ्यू हटा लिया गया है। केवल रात का कर्फ्यू अभी भी कई जगह जारी हैं, ऐसे में हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में स्थिति में और सुधार होगा। लेकिन अगर COVID-19 की स्थिति में और सुधार नहीं होता है, तो हम मुख्यमंत्री के साथ बैठेंगे करेगें और यूपी बोर्ड परीक्षा पर फैसला करेंगे, जिसे जुलाई के मध्य तक के लिए टाल दिया गया है।”
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बीते शनिवार को ही राज्य में COVID-19 स्थिति के मद्देनजर बोर्ड की हाई स्कूल यानी कक्षा 10वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया था और जुलाई के दूसरे सप्ताह में कक्षा 12वीं की परीक्षा का प्रस्ताव रखा था, उनका कहना था कि अगर तब तक महामारी की स्थिति कम हो जाती है, तो प्रत्येक पेपर के लिए सामान्य तीन घंटे के बजाय 90 मिनट की अवधि की परीक्षा होगी। लेकिन अब CBSE कक्षा 12वीं की परीक्षा रद्द करने के फैसले का स्वागत करते हुए शर्मा ने यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के रद्द होने का ऐलान भी कर दिया हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह फैसला छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के हित में है।
दिनेश ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि, यहाई स्कूल के फॉर्म्युले पर ही इंटरमीडिए़ड बोर्ड के परीक्षार्थियों के नंबर दिए जाएंगे। मतलब परीक्षार्थियों को जिस तरह से 11वीं में नंबर मिले हैं। उसी आधार पर इंटर का भी रिजल्ट तैयार किया जाएगा।
बोर्ड सचिव की ओर से जारी पत्र में प्रयागराज, लखनऊ, कौशाम्बी, आगरा सहित 32 जिलों के नाम शामिल हैं। सचिव दिव्यकांत शुक्ल की ओर से जिला विद्यालय निरीक्षकों से अतिशीघ्र वेबसाइट पर अंक अपलोड करने को कहा गया है।
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