कोरोना के बढ़ते मामले देख कई व्यापार ठप हो गए थे, और साथ ही में, मजबूरन सभी स्कूल व कॉलेज को बंद करने का आदेश आ गया था। जिसके बाद पूरे भारत में ऑनलाइन सीक्षा ग्रहण करने का नया उपाय ढूंढा गया था।
इसी के चलते सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका के जरिए ऐसा कहा कि सभी शैक्षिक संस्था को अपनी फीस घाटा देनी चाहिए, क्योंकि अभी पिछले कई समय से सभी स्कूल व कॉलेज बंद पड़े हैं, और तो और शिक्षा भी online मध्यम से दी जा रही है। शिक्षा संस्थानों का प्रबंधन सामान्य जनता के सामने आने वाली समस्याओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए और इस कठोर समय में उनकी मदद के लिए कुछ कदम उठाने चाहिए। इसी के साथ ही सुप्रीम कोर्ट का ऐसा कहना है की आज भी उन सभी चीजों के लिए फीस देनी पड़ती है, जो शायद अभी महामारी के कारण बच्चों को उपलब्ध भी नही की जा रही है।
इन सभी बातों को ध्यान मे रखते हुए आज सुप्रीम कोर्ट ने फीस कम करने की याचिका दर्ज की है।
More Stories
शाहरुख खान की फिल्मों की असफलता क्यों चाहती थी गौरी खान? चौकाने वाला खुलासा!
‘मुझे तीन महीने में दूसरी बार सीएम आवास से निकाला गया’, सीएम आतिशी का केंद्र पर हमला
Panda Parenting: बच्चों की परवरिश का एक नया तरीका