01 Apr. Vadodara: दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड 2020 से नवाजा जाएगा। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को इसका ऐलान किया। बता दें कि, इसे तमिलनाडु चुनाव से जोड़कर देखे जाने के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि, ‘रजनीकांत का फिल्म इंडस्ट्री के योगदान के लिए उन्हें यह सम्मान दिया जा रहा है। इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है।’ दरअसल, तमिलनाडु में 6 अप्रैल को विधानसभा चुनाव के लिए वाेटिंग होनी है। सुपरस्टर रजनीकांत को 51वां दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से 3 मई को नवाज़ा जायेगा।
Happy to announce #Dadasaheb Phalke award for 2019 to one of the greatest actors in history of Indian cinema Rajnikant ji
His contribution as actor, producer and screenwriter has been iconic
I thank Jury @ashabhosle @SubhashGhai1 @Mohanlal@Shankar_Live #BiswajeetChatterjee pic.twitter.com/b17qv6D6BP
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) April 1, 2021
प्रधानमंत्री ने दी ‘थलाइवा’ को बधाई
केंद्रीय सूचना एंवम प्रसारण मंत्री जावड़ेकर के बयान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘थलाइवा’ को सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर बधाई दी है। उन्होंने लिखा, “कई पीढ़ियों में लोकप्रिय, जबरदस्त काम जो कम ही लोग कर पाते हैं, विविध भूमिकाएं और एक प्यारा व्यक्तित्व …ऐसे हैं रजनीकांत जी। यह बेहद खुशी की बात है कि थलाइवा को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, उन्हें बधाई।”
Popular across generations, a body of work few can boast of, diverse roles and an endearing personality…that’s Shri @rajinikanth Ji for you.
It is a matter of immense joy that Thalaiva has been conferred with the Dadasaheb Phalke Award. Congratulations to him.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 1, 2021
रजनीकांत ने 26 दिन में छोड़ दी थी राजनीति
रजनीकांत का राजनीति में आने का सपना अधूरा ही रह गया। 70 साल के रजनी ने खराब सेहत की वजह से चुनावी राजनीति में नहीं आने का फैसला किया है। 3 दिसंबर को रजनीकांत ने कहा था कि वे नई पार्टी बनाएंगे और 2021 का विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे। 31 दिसंबर को नई पार्टी का ऐलान किया जाएगा, लेकिन ऐसा हो ना सका और 26 दिन के अंदर ही उन्होंने राजनीति छोड़ दी।
क्या आप रजनीकांत के बारे में ये बातें जानते हैं?
12 दिसंबर 1950 को बेंगलुरु के एक मराठी परिवार में जन्मे रजनी का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है। जीजाबाई और रामोजी राव की चार संतानों में शिवाजी सबसे छोटे थे। उनकी स्कूलिंग बेंगलुरु में हुई। सुपरस्टार रजनीकांत केवल चार साल के थे, तभी उनकी मां का निधन हो गया था। घर की माली हालत बहुत अच्छी नहीं थी। इसलिए रजनीकांत ने कुली से लेकर बस कंडक्टर तक का काम किया। बस में टिकट काटने के अनोखे अंदाज की वजह से ही वे पॉपुलर हुए और दोस्तों ने उन्हें फिल्मों में अपने एक्टिंग हुनर को दिखने की सलाह दी।
रजनीकांत से पहले दादासाहेब फाल्के अवार्ड से इन अभिनेताओं को नवाज़ा जा चूका है
वर्ष | नाम | फिल्म इंडस्ट्री |
2018 | अमिताभ बच्चन | हिन्दी |
2017 | विनोद खन्ना | हिन्दी |
2016 | कसिनाथुनी विश्वनाथ | तेलुगू |
2015 | मनोज कुमार | हिन्दी |
2014 | शशि कपूर | हिन्दी |
2013 | गुलजार | हिन्दी |
2012 | प्राण | हिन्दी |
2011 | सौमित्र चटर्जी | बंगाली |
2010 | के. बालचन्दर | तमिल, तेलुगू |
2009 | डी. रामानायडू | तेलुगू |
2008 | वी. के. मूर्ति | हिन्दी |
2007 | मन्ना डे | बंगाली, हिन्दी |
2006 | तपन सिन्हा | बंगाली,हिन्दी |
2005 | श्याम बेनेगल | हिन्दी |
2004 | अडूर गोपालकृष्णन | मलयालम |
2003 | मृणाल सेन | बंगाली |
2002 | देव आनन्द | हिन्दी |
2001 | यश चोपड़ा | हिन्दी |
2000 | आशा भोसले | हिन्दी, मराठी |
1999 | ऋषिकेश मुखर्जी | हिन्दी |
1998 | बी. आर. चोपड़ा | हिन्दी |
1997 | कवि प्रदीप | हिन्दी |
1996 | शिवाजी गणेशन | तमिल |
1995 | राजकुमार | कन्नड़ |
1994 | दिलीप कुमार | हिन्दी |
1993 | मजरूह सुल्तानपुरी | हिन्दी |
1992 | भूपेन हजारिका | असमिया |
1991 | भालजी पेंढारकर | मराठी |
1990 | अक्कीनेनी नागेश्वर राव | तेलुगू |
1989 | लता मंगेशकर | हिन्दी, मराठी |
1988 | अशोक कुमार | हिन्दी |
1987 | राज कपूर | हिन्दी |
1986 | बी. नागी. रेड्डी | तेलुगू |
1985 | वी. शांताराम | हिन्दी, मराठी |
1984 | सत्यजीत रे | बंगाली |
1983 | दुर्गा खोटे | हिन्दी, मराठी |
1982 | एल. वी. प्रसाद | हिन्दी, तमिल, तेलुगू |
1981 | नौशाद | हिन्दी |
1980 | पैडी जयराज | हिन्दी, तेलुगू |
1979 | सोहराब मोदी | हिन्दी |
1978 | रायचन्द बोराल | बंगाली, हिन्दी |
1977 | नितिन बोस | बंगाली, हिन्दी |
1976 | कानन देवी | बंगाली |
1975 | धीरेन्द्रनाथ गांगुली | बंगाली |
1974 | बोम्मीरेड्डी नरसिम्हा रेड्डी | तेलुगू |
1973 | रूबी मयेर्स (सुलोचना) | हिन्दी |
1972 | पंकज मलिक | बंगाली एवं हिन्दी |
1971 | पृथ्वीराज कपूर | हिन्दी |
1970 | बीरेन्द्रनाथ सिरकर | बंगाली |
1969 | देविका रानी | हिन्दी |
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