12 Mar. West Bengal: पश्चिम बंगाल की सबसे चर्चित सीट नंदीग्राम से BJP के शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार दोपहर 12.50 बजे नामांकन दाखिल कर दिया है। नामांकन दाखिल करने से पहले ममता पर निशाना साधते हुए, उन्होंने TMC को एक प्राइवेट कंपनी बताया। ममता और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी पर जुबानी हमला करते हुए शुभेंदु ने कहा कि TMC में सिर्फ दीदी और भतीजे को बोलने का अधिकार है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो दिन पहले 10 मार्च को नंदीग्राम सीट से नामांकन दाखिल किया था। TMC अब 14 मार्च को अपना घोषणा पत्र जारी करेगी। पहले पार्टी 11 मार्च को घोषणा पत्र जारी करने वाली थी, लेकिन ममता के घायल होने के बाद इसे टाल दिया गया।
शुभेंदु ने ममता पर निशाना साधा और कहा कि ममता मुकाबले से बाहर हैं। बंगाल चुनाव BJP जीत रही है। उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है जनता हमारा साथ देगी। बंगाल की जनता असली विकास चाहती है, इसलिए वह BJP को जिताएगी। भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 18 सीटें जीती थीं और इस बार भी जनता स्पष्ट बहुमत से बीजेपी की सरकार बनाएगी।’
हल्दिया में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मंच से जय श्री राम के नारे लगाए। उन्होंने ममता से कई सवाल किए। स्मृति ईरानी ने कहा, ‘मैं दीदी से पूछना चाहती हूं कि बंगाल की किस बेटी को वोट दिया जाना चाहिए। उस बेटी को, जिसने एक 80 साल की महिला पर हमला करवाया, जिसने बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या करवाई या जिसने दुर्गा प्रतिमा स्थापित करने और सरस्वती पूजन करने पर रोक लगाई।’ उन्होंने ममता के चंडीपाठ करने और खेला होबे बोलने पर भी सवाल उठाया।
नामांकन दाखिल से पहले शुभेंदु ने नंदीग्राम के सिंहबाहिनी मंदिर पहुंचकर पूजा की। इसके बाद वे सोना छुड़ा के जानकीनाथ मंदिर पहुंचे, यहां उन्होंने हवन भी किया। नॉमिनेशन के दौरान शुभेंदु के साथ तीन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, बाबुल सुप्रियो और धर्मेंद प्रधान मौजूद रहेंगे। नंदीग्राम में शुभेंदु का मुकाबला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से है।
नॉमिनेशन फाइल करने जाते हुए शुभेंदु अधिकारी रास्ते में स्थानीय लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, ‘नंदीग्राम के लोगों से मेरा पुराना रिश्ता है। ममता बनर्जी नंदीग्राम के लोगों को 5 साल में चुनाव के समय ही याद करती हैं। मैं ममता को हरा दूंगा। मैं भी अपना नामांकन दाखिल कर रहा हूं। मैं नंदीग्राम का मतदाता हूं।’
वहीं, TMC नेता सौगत रॉय ने पार्टी नेताओं के साथ चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिले और शिकायत की। सौगत ने कहा कि, ‘हमनें हमले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। जब घटना हुई, वहां कोई पुलिसवाला मौजूद नहीं था।’ सौगत ने आरोप लगाया कि, ‘ममता पर हमला उन्हें जान से मारने के लिए करवाया गया था। हमले के पीछे किसी की गहरी साजिश छिपी हुई है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘अब हमने चुनाव आयोग पर जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। हमने आयोग से किसी तरह की विशेष जांच करने की मांग नहीं की है, लेकिन हम चाहते हैं कि जांच किसी भी भेदभाव के बिना की जाए।’
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