14 March 2023, Tuesday
देश की 51 शक्तिपीठ में शामिल अंबाजी के मंदिर में प्रसाद के तौर पर मोहलथाल मिलता रहेगा। करीब दो हफ्ते के विवाद के बाद आखिरकार गुजरात सरकार ने चिक्की और मोहनथाल दोनों की बिक्री जारी रखने का फैसला लिया है। अंबाजी में पिछले 50 साल से अधिक समय से बतौर प्रसाद मिल रहे मोहनथाल की बिक्री रोके जाने के मुद्दे को सबसे पहले कांग्रेस ने उठाया था। कांग्रेस ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया था और नारेबाजी की थी, लेकिन तब सरकार ने मोहनथाल की बिक्री को बंद करने के फैसले को सही ठहराते हुए प्रसाद की नई परिभाषा बताई थी और कहा था चिक्की ज्यादा दिनों तक रखी जा सकती है, जबकि मोहनथाल सात से आठ दिन में खराब हो जाता है। अब सरकार ने इस मुद्दे पर यू-टर्न लेते हुए अंबाजी में मोहनथाल की बिक्री जारी रखने का फैसला किया। यह निर्णय गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया।
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