15 Mar. Maharashtra: एंटीलिया मामले में मुंबई पुलिस के अफसर सचिन वझे को सस्पेंड कर दिया गया है। उनकी शनिवार रात NIA द्वारा गिरफ्तारी कर ली गयी थी। अब NIA उन्हें PPE किट पहनाकर क्राइम सीन रीक्रिएट करेगी। 25 फरवरी को PPE किट पहने एक व्यक्ति का CCTV वीडियो सामने आया था, जिसमें वह शक्श मुकेश अंबानी के घर के बाहर खड़ी विस्फोटक भरी स्कॉर्पियो के पास से गुजरता दिखा था। NIA को शक है कि यह वही व्यक्ति है, जिसने स्कॉर्पियो को अंबानी के घर के बाहर खड़ा किया था।
इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और NCP चीफ शरद पवार की कुछ देर पहले मीटिंग हुई थी। करीब एक घंटे चली बैठक के दौरान घटनाक्रम का रिव्यू किया गया। माना जा रहा है कि इसके बाद ही वझे को सस्पेंड करने का फैसला किया गया।
सचिन वझे की टीम के अन्य सदस्यों से पूछताछ जारी
सचिन वझे के साथ काम करने वाले CIU के कुछ अधिकारी और कांस्टेबल को दूसरी बार NIA ने सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया है। कुछ देर पहले वे NIA ऑफिस पहुंचे हैं। API रियाज काजी सीआईयू में सचिन वाझे के साथ काम करते थे उनसे फिर से पूछताछ हो रही है। इन सभी से NIA के एक SP पूछताछ कर रहे हैं।
NIA सूत्रों के अनुसार इनोवा और स्कॉर्पियो के ड्राइवर का पता चल गया है। दोनों से पूछताछ जारी है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी दिखाई जा सकती है। जांच में सामने आया है कि दोनों सचिन वझे के करीबी थे।
दूसरी ओर, NIA की टीम सचिन वझे के ठाणे स्थित घर पर भी पूछताछ के लिए पहुंची थी और वहां से 2 मार्च से लेकर अब तक के CCTV फुटेज जब्त किए गए हैं। सोसाइटी के मेंबर्स से भी पूछताछ की गयी है। सचिन वझे का परिवार फिलहाल घर पर नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक, NIA की जांच में सामने आया है कि वझे कई साल से नौकरी में नहीं रहने के बावजूद कई करोड़ की संपत्ति के मालिक थे। उनकी पत्नी के नाम पर भी कोरोड़ो की प्रॉपर्टी होने का पता चला है। NIA जांच की रडार पर कुछ राजनीतिक दलों के नेता भी शामिल हैं।
सचिन वझे गिरफ्तारी के विरोध में हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया
मुंबई पुलिस के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। इसमें उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को अवैध करार दिया है। साथ ही कहा है कि NIA ने सिर्फ शक के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया है। इसमें नियमों का पालन नहीं किया। हाईकोर्ट ने याचिका स्वीकार कर ली है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मामले में सुनवाई कब होगी।
इस बीच शिवसेना ने सचिन वझे की गिरफ्तारी के बहाने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। पार्टी के मुखपत्र सामना में शिवसेना ने केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए हैं और इसे बदले की कार्रवाई करार दिया है।
सामना में कहा गया है कि महाराष्ट्र सरकार ने वझे का ट्रांसफर करके पूरे मामले की जांच राज्य की एंटी टेररिज्म स्क्वाड (ATS) को सौंपी थी। यह जांच चल ही रही थी कि केंद्र ने NIA को जांच के लिए भेज दिया। इतनी जल्दी इसकी जरूरत नहीं थी। महाराष्ट्र के किसी मामले में टांग अड़ाने का मौका मिले तो केंद्र की जांच एजेंसियां भला पीछे क्यों रहें?
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