19-04-2023, Wednesday
एक लंबे अर्से बाद असमय ही वड़ोदरा में ग्रे बेलीड कुकू यानी राखोड़ी कोयल नजर आने पर पक्षीविद आश्चर्य चकित है।
वडोदरा में बहुत ही कम नजर आता पक्षी ग्रे बेलिड कुकू दिखाई पड़ने पर पक्षीविद आश्चर्य में डूब गए है।पिछले चार सालों से इस पक्षी को वडोदरा में नहीं देखा गया। संत कबीर इंडियन इंटरनेशनल स्कूल के सस्टेनेबिलिटी विभाग के शिक्षक और पर्यावरण प्रेमी हितार्थ पंड्या ने स्कूल के प्रांगण में स्थित महानीम पेड़ के फल के पास बैठे इस राखोडी कोयल की तस्वीरें ली है।वे अपने नियमानुसार स्कूल परिसर में उगाई सब्जियां,और पेड़ो का अवलोकन कर रहे थे।यहां के महानिम पेड़ पर पहली बार फल और फूल आने पर वे तस्वीरें ले रहे थे।वे असमय दिखी इस राखोड़ी कोयल को देख हैरान थे।उन्होंने ये तस्वीरें MSU के झूओलोजी विभाग के प्रोफेसर रणजीत सिंह देवकर और पक्षीविद कार्तिक उपाध्याय को भी दिखाई। उनके अनुसार शायद यह पक्षी अंडे देने के लिए किसी दूसरे पक्षी के घोसले की खोज में होगा।मूल दक्षिण भारत के इस ग्रे बेलिड कुकू का इस ऋतु में दिखनाअसामान्य है।यह बारिश के मौसम में ही दिखता है।वही यह तस्वीरें हितार्थ पंड्या ने, बहुत ही कम उम्र के 100 से अधिक पक्षियों को पहचान सकते भायली के बच्चे मनन, मान्या और हर्षित को भी भेजी।उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की , कि यह ग्रे बेलिड कुकू यानि राखोडी कोयल है।
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