नेपाल में करीब दो साल से जारी सियासी मशक्कत का अंत हो गया है। बमुश्किल विश्वास मत का सामना करने राजी हुए प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को संसद में हार का मुंह देखना पड़ा। अब उन्हें इस्तीफा देना होगा। उनकी अपनी ही पार्टी के नेता लंबे वक्त से उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे। ओली को चीन के काफी करीब माना जाता रहा है और उन्होंने कई मौकों पर भारत विरोधी बयान भी दिए थे।
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