23 Jan. Vadodara: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के चलते सभी पार्टियों की तैयारियां तेज़ हो गयी है। लेकिन इस बीच दीदी की तृणमूल कांग्रेस अलग ही तैयारियों में जुडी नज़र आ रही है। चुनाव के आते ही राज्य में पार्टियों के बीच गर्मागर्मी तेज़ हो गयी है। 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जन्मजयंती के मौके पर पीएम मोदी कोलकाता पहुंचेंगे। लेकिन पीएम के दौरे से पहले ही दीदी ने पहले ही 8 किमी पदयात्रा निकाली।
पैदलयात्रा दोपहर 12.15 पर शुरू की गयी, कारन 23 जनवरी 1897 को इसी वक्त नेताजी का जन्म हुआ था। एक तरफ यूँ कहा जाए कि नेताजी की जयंती को केंद्र सरकार पराक्रम दिवस के तौर पर मना रही है, वहीं ममता की सरकार ने इसे देशनायक दिवस के रूप में मानाने का फैसला कर चुकी है।
नरेंद्र मोदी कोलकाता में 2 कार्यक्रमों में भाग लेंगे। नेताजी की स्मृति में सिक्का और डाक टिकट जारी की जायेगी। इस कार्यक्रम की एक और बड़ी बात यह रहेगी की प्रधानमंत्री के साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मंच पर मौजूद रहेंगी।
On the way to Kolkata to mark #ParakarmDivas and pay tributes to Netaji Bose. pic.twitter.com/DMV37FryT9
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2021
किन दो कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री लेंगे हिस्सा ?
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में नरेंद्र मोदी दो कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। नेशनल लाइब्रेरी में नेताजी सुभाषचंद्र बोस पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में भाषण के बाद वे विक्टोरिया मेमोरियल हॉल (नेताजी भवन) में मुख्य कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। यहां आजाद हिंद फौज के सदस्यों का सम्मान भी किया जाएगा। इसी कार्यक्रम में उनके साथ मंच पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी रहेंगी।
प्रधानमंत्री से पहले दीदी का भी संबोधन होगा। अब तक राज्य में सांस्कृतिक मोर्चे पर दोनों दलों के कार्यक्रम अलग-अलग होते रहे हैं। आमतौर पर केंद्र के कार्यक्रमों और बैठकों में सीएम ममता मौजूद नहीं रही हैं। अपनी पार्टी के मंच से भाजपा को खरी-खोटी सुना चुकीं ममता के सामने इस बार पद की गरिमा के साथ-साथ पार्टी की छवि बचाने की चुनौती आन पड़ी है।
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