देश के आम आदमी को इन दिनों जरूरत नहीं होने पर घर में रहने की हिदायत सरकार दे रही है, लेकिन सरकार के नुमाइंदे खुद ही सरेआम सड़क पर खड़े रहकर सरकार की बातों को झुठला रहे हैं।कोरोना महामारी से गुजर रहे देश में फिर एक बार भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल हिंसा के खिलाफ धरना प्रदर्शन करते हुए कोरोना संक्रमण को ताक पर रख दिया और सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन किया।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की भारी जीत के बाद राज्य में राजनीतिक हिंसा का दौर चल पड़ा है।पिछले दो दिनों से लगातार बंगाल में खूनी खेल देखने मिला है।चुनाव नतीजों के बाद से कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है और कई घायल हो गए। कई लोगों के घरों में लूटपाट की गई है तो कुछ जगहों पर घरों और दुकानों को फूंक दिया गया है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी बंगाल में राजनीतिक हिंसा के खिलाफ आज देशभर में धरना-प्रदर्शन कर रही है।
मांडवी चार दरवाजा पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इकट्ठा होकर पश्चिम बंगाल में चुनावी माहौल के बाद छाए हिंसा के तांडव पर आपत्ति जताई।इस मौके पर भाजपा महामंत्री भार्गव भट्ट, वीएमसी की डिप्टी मेयर नंदा जोशी,स्थाई समिति के चेयरमैन डॉक्टर हितेंद्र पटेल, भूपेंद्र लाखावाला समैत के नेता और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति दिखी।
मांजलपुर में वड़ोदरा की सांसद रंजनबेन भट्ट की अगुवाई में भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन करते हुए पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा का विरोध किया गया।
शहर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष डॉ विजय शाह और विधायक सीमा मोहिले की अगुवाई में ओपी रोड पर हैवमोर सर्कल निकट भी धरना प्रदर्शन किया गया। भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने हाथों में प्ले कार्ड लेकर पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा का विरोध किया गया।
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा आज देशभर में इसी तरह धरना प्रदर्शन कर पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा का विरोध किया गया,लेकिन फिलहाल देश महामारी के पिक से गुजर रहा है।रोजाना चार लाख से ज्यादा मामले दर्ज हो रहे हैं। सरकारी गाइडलाइंस भी यही है कि लोगों को इकट्ठा नहीं होना है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेता है उन्हें शायद सरकार की कोई गाइडलान्स लागू नहीं पड़ती है और इसीलिए भारतीय जनता पार्टी के नेता जब-तब सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन कर कोरोना गाइडलाइन्स की धज्जियां उड़ाते दिखाई पड़ते हैं।
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