महाराजा सयाजीराव गायकवाड के शहर वडोदरा के मध्य से गुजरती है विश्वामित्री नदी, जो पावागढ़ से निकलती तो है बेहद शुद्ध लेकिन यह नदी बड़ोदरा में आती आती नाले जैसी बन जाती है।
सालों से इस नदी को स्वच्छ करने और उसके ब्यूटीफिकेशन के लिए करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट रखे जा चुके हैं लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है।सारे प्रोजेक्ट सिर्फ कागज पर रह गए। कई नेता आए विधायक आए सांसद आए मेयर आए नगरसेवक आए और गए लेकिन विश्वामित्री मैली की मैली रही।
इस विश्वामित्री नदी में हजारों मगरमच्छ भी रहते हैं जिसे देखने के लिए हमेशा ही विश्वामित्री नदी के किनारे लोग खड़े हुए देखने मिल ही जाते है। इन दिनों विश्वामित्री नदी उफान पर है ऐसे में मगरमच्छ देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ नदी के किनारे पर देखने मिल ही जाती है, लेकिन इन लोगों को भी विश्वामित्री के स्वच्छ होने की उम्मीद नहीं है।
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