25 Mar. Surat: पांडेसरा के वालक नगर में रहने वाली अर्चना नाम की पांच साल की बच्ची की मौत हो गयी। बीती रात बच्ची को दस्त और उलटी से पीड़ित थी और उसे इलाज के लिए अस्पताल लेकर जाना था। लेकिन नाईट कर्फ्यू होने के कारण कोई भी साधन न मिलने के चलते माँ बच्ची को गोद में लेकर ही अस्पताल की ओर चल दी। साधन न मिलने के कारण बच्ची की बीच रास्ते ही मौत हो गयी।
ना रिक्शा मिली, ना बस
बच्चे की तबीयत नाजुक होने के चलते मां उसे पांडेसरा बालक नगर से सिविल अस्पताल ले जाने के लिए निकली ही थी। लेकिन इससे पहले कि मां बच्ची को लेकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचती, बच्ची ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। पिता नाइट ड्यूटी पर थे जिसकी वजह से वह घर को वापस लौट न सके। वहीं दूसरी ओर नाइट करके होने के चलते बस या तो ऑटो रिक्शा का मिलना भी मुश्किल था। जब बस या ऑटो रिक्शा नजर नहीं आई तो मां अपनी बच्ची को इलाज के लिए हॉस्पिटल लेकर खुद निकल पड़ी। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण 108 को संपर्क करने के लिए मोबाइल फोन तक नहीं था।
बीच रास्ते हुई अर्चना की मौत
जब कोई उम्मीद नजर ना आए तो बच्ची की मां ने बिना किसी का इंतजार किए अर्चना को गोद में लिया और अस्पताल की तरफ अपने कदम बढ़ाए। लेकिन दुर्भाग्यवश अर्चना ने अस्पताल पहुंचने से ठीक पहले सोशियो सर्कल कि रास्ते में अपनी जान गवा दी। लड़की को केवल उल्टी और दस्त की शिकायत थी। बताया गया कि सुबह तक अर्चना खूब स्वस्थ थी और घर पर ही थी। जब घर में कोई भी मौजूद नहीं था तो मां ने अपनी बच्ची को बचाने की पूरी कोशिश की। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते समय पर अस्पताल में इलाज कराना मुश्किल हुआ क्योंकि शहर में कर्फ्यू जारी है। मजबूरन कोई भी व्यवस्था ना होने के कारण एक मां ने अपनी बच्ची को खो दिया।
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