13 मई को नेपाल की राजनीति में दिनभर एक्शन होता रहा। जनता समाजबाड़ी पार्टी (जेएसपी) के 16 सदस्यों को भक्तापुर के लग्जरी होटल में ले जाया गया और उन पर सख्त निगरानी रखी गई। सुनिश्चित किया गया कि वो एंटी-ओली ग्रुप में शामिल ना हों।
नेपाल के राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने केपी शर्मा ओली को फिर से प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया है।अब केपी शर्मा ओली 14 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्हें अगले 30 दिनों के अंदर सदन में बहुमत साबित करना होगा।
बता दें कि नेपाल की सियासत में पिछले कई महीनों से हलचल तेज थी। जिसके बाद पीएम केपी ओली को सत्ताधारी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी से निकाल दिया गया। ओली के खिलाफ लगातार विरोधी सुर उठ रहे थे।इसका कारण नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में दो अलग-अलग गुट बनना है। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी केंद्र) के बड़े नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड ने अपना अलग धड़ा बना लिया। जिसके बाद ओली को पद से हटाने की कवायद शुरू हो गई थी।
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