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Wednesday, September 18   8:56:20

पहले फोड़ा पति का सिर, फिर निकाल लिए मांस के लोथड़े, शाहजहांपुर की दिल दहला देने वाली वारदात

उत्तरप्रदेश के शाहजहांपुर में दिल दहलाने वाली वारदात हुई है। विवाद के बाद घर के दरवाजे पर पत्नी ने पति का सिर ईंट से कुचल दिया। और फिर सीने पर बैठकर हाथों से सिर फाड़ने के बाद मांस के लोथड़े फेंकने शुरू कर दिए।

हैरान करने वाली यह घटना 8 अगस्त की बताई जा रही है। जब महिला ने पति के सिर पर ईंट से हमला करते हुए चिल्लाया, “आज तुम्हारा सिर फोड़ दूंगी!” और बीच-बीच में रोते हुए मांस निकालने लगी। इस बीच, मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना को बस देखने का काम किया।

जानें क्या है पूरा मामला

घटना रोज़ा पुलिस थाने के क्षेत्र में हुई और पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है। इस क्रूर कृत्य का कारण जानकर आप हैरत में पड़ जाएंगे। दरअसल पति ने अपनी पत्नी से मांसाहारी भोजन बनाने की मांग की थी।

सतपाल (40) और गायत्री देवी (39) हठौड़ा गांव में अपने दो बच्चों के साथ रहते थे। सतपाल एक निजी नौकरी में काम करता था। दंपत्ति की शादी को लगभग 20 साल हो चुके थे, और उनके एक बेटी बीए की पढ़ाई कर रही थी और एक बेटा 12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा था।

रिपोर्ट के अनुसार, गायत्री शाकाहारी थी, जबकि सतपाल मांसाहारी भोजन का शौक़ीन था और अक्सर घर पर इसे बनाने की मांग करता था। इस खानपान की आदतों के मतभेद के कारण अक्सर बहस होती रहती थी, और कभी-कभी सतपाल गायत्री को शारीरिक रूप से मारता भी था। गुरुवार को, सतपाल ने फिर से मांसाहारी भोजन की मांग की। जब गायत्री ने मना कर दिया, तो वह गुस्से में आ गया और दोनों के बीच हाथापाई हो गई।

इस झगड़े के दौरान, गायत्री ने ईंट उठाई और अपने पति पर हमला कर दिया। सतपाल ने भागने की कोशिश की, लेकिन गायत्री ने उसका पीछा किया, उसे ज़मीन पर गिराया और फिर उसके सीने पर बैठकर निरंतर ईंट से उसके सिर को मारा। उसकी गुस्से की तीव्रता इतनी थी कि वह तब तक नहीं रुकी जब तक उसका मस्तिष्क बाहर नहीं आ गया और खून चारो तरफ़ फैला हुआ था। गवाह इतने डर में थे कि हस्तक्षेप करने की हिम्मत नहीं की।

गायत्री ने पुलिस को बताया कि उसके पति ने उसे अक्सर पीटा और हमेशा मांसाहारी भोजन की मांग करता था। उस दिन भी उसने फिर से मांसाहारी भोजन की मांग की, लेकिन गायत्री के पास पैसे नहीं थे। इस मना करने से झगड़ा बढ़ गया और जब सतपाल ने उसे पीटा, तो गायत्री ने अपना आपा खो दिया और ईंट से उसे मार डाला।