एक ओर जहां पूरा देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है, वही दूसरी ओर, पूरे भारत में चल रहा कोराना टीककरण का अभियान सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
जनवरी माह से शुरू हुआ कोरोना टीकाकरण का अभियान, अभी तक 3 चरणों में सफलतापूर्ण काम कर चुका है।
इसी के चलते आज से कोरोना टीकाकरण के अभियान के चौथे और सबसे मेहेवपूर्ण चरण पूरे भारतवर्ष में शुरू किया जा चुका है। इस चरण में 18 से 44 वर्ष के नागरिकों को कोरोना का टिका लगने वाला है।
लेकिन इस बीच भारत में कोरोना के टिको की कमी के चलते कई राज्यों ने अपने टिकाकरण अभियान को टाल दिया है।
भारत में केवल 6 राज्यों में आज से कोरोना टिकाकरण का अभियान शुरू किया गया है, और अन्य सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने कुछ दिनों तक इस आयु वर्ग के लिए टीकाकरण को स्थगित कर दिया है या वे इस अभियान को शुरू करने के बारे में अनिश्चित हैं, क्योंकि वे टीका की कमी का सामना कर रहे हैं।
मुंबई .. जो सबसे खराब कोविड -19 प्रभावित राज्यों में से एक है, वहां भी अधिकारियों ने पर्याप्त खुराक की कमी का हवाला देते हुए शुक्रवार से तीन दिनों के लिए टीकाकरण अभियान बंद कर दिया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा कि इस अभियान के लिए आवश्यक वैक्सीन की खुराक न मिलने की वजह से अभियान को कुछ दिनों के लिए टाला जा रहा है।
इसी के साथ ही, राजस्थान में टीकाकरण केवल तीन जिलों अजमेर, जयपुर और जोधपुर में शुरू होगा। और साथ ही में गुजरात में भी यह अभियान केवल 33 में से 10 जिलों में चलाया जाएगा।
असम, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ ने पुष्टि की कि राज्य आज से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू नहीं करेगा। इसी के साथ ही, पश्चिम बंगाल में 5 मई से टीकाकरण अभियान शुरू होगा।
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