कोरोना संकट के बीच बिहार के बक्सर जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है। सोमवार को यहां के चरित्रवन में शवदाह की जगह नहीं बची। बताया जा रहा है कि गांवों में पिछले एक-डेढ़ महीने से मौतें अचानक बढ़ गई हैं। मरने वाले सभी खांसी-बुखार से पीड़ित थे। चौसा श्मशान घाट पर आने वाले अधिकतर शवों को गंगा में बहा दिया जा रहा है। इनमें से सैकड़ों शव किनारे पर सड़ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के बाद अब बिहार के बक्सर की गंगा नदी में तकरीबन 30 लाशों के मिलने से हड़कंप मच गया है ।इससे पहले हमीरपुर और कानपुर में यमुना नदी में भी लाशें बहती हुई प्राप्त हुई थी।
कोरोना के कारण दिन-ब-दिन बढ़ रही मौतों के कारण एक और सभी श्मशान में चिताएं और लकड़ियां कम पड़ रही है, और कई बार तो अंतिमकेय के लिए भी पैसे न हिनेंके कारण नदी में लाशें बहाई जाने केअमले सामने आ रहे है। उत्तरप्रदेश के बाद बिहार के बक्सर की गंगा नदी में 30 मृतदेह बरामद होने से हड़कंप मच गया है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के हमीरपुर और कानपुर की यमुना नदी में भी लाशें बहती पाई गई थी। कोरोना के कारण हुई मौत के बाद गंगा में मृतदेह बहा देने की आशंका से लोगों में भय का माहौल है। इन लाशों के कारण अन्य संक्रमणजन्य बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है। पिछले तकरीबन 1 सप्ताह में बक्सर के चौसा स्मशान के घाट पर कई मृतदेह गंगा किनारे पाए गए थे ।इन मृतदेहो को प्राणी और पक्षी अपना आहार बना रहे हैं ।जो बहुत ही बीभत्स दृश्य है।
बक्सर के डीएम ने उत्तरप्रदेश के अधिकारियों से चर्चा की ,और इस तरह मृतदेहों को गंगा नदी में बहाने को लेकर कार्यवाही की हिमायत की है।
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