कोरोना काल में अपने किस तरह पराये हो जाते हैं, बलरामपुर की यह घटना यही बताती है। यहां चंद रुपए बचाने या कोरोना के डर से शव का अंतिम संस्कार न करके राप्ती नदी में फेंक दिया गया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि यह शव शोहरतगढ़ जनपद के सिद्धार्थनगर में रहने वाले प्रेम नाथ मिश्रा का था।
प्रेम नाथ के परिवार में उनके एक भाई हैं, जो मुंबई में रहते हैं। उनके माता-पिता का निधन काफी पहले हो चुका है। पत्नी की भी 3 साल पहले मौत हो गई थी। प्रेम नाथ की कोई औलाद नहीं थी। इसी दौरान प्रेम नाथ अपना मानसिक संतुलन खो बैठे थे।
यह घटना कोतवाली थाना इलाके में राप्ती नदी पर बने सिसई घाट पुल की है। शव को राप्ती नदी में फेंके जाने के दौरान वहां से गुजर रहे किसी व्यक्ति ने इसका वीडियो बना लिया जो अब वायरल हो गया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
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