01 Apr. West Bengal: पश्चिम बंगाल और असम की 69 सीटों पर गुरुवार को दूसरे फेज के चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। चुनाव आयोग के अनुसार, असम में 67.60% मतदान, पश्चिम बंगाल में 72.25% मतदान, शाम 5:10 बजे तक हुआ है। इस बीच बंगाल की हॉट सीट नंदीग्राम के एक पोलिंग बूथ पर जमकर हंगामा हुआ है। यहां पर TMC कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उन्हें वोट नहीं करने दिया जा रहा है।
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर बड़े आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि, PM मोदी चुनाव वाले दिन पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार कैसे कर सकते हैं? ममता ने आरोप लगाया कि अमित शाह सीधे केंद्र के भेजे सुरक्षाकर्मियों को आदेश दे रहे हैं। ये चुनावी अचार संहिता का उल्लंघन है।
#WATCH: West Bengal CM Mamata Banerjee speaks to Governor Jagdeep Dhankhar over the phone at a polling booth in Nandigram. She says, “…They didn’t allow the local people to cast their vote. From morning I am campaigning…Now I am appealing to you, please see…” pic.twitter.com/mjsNQx38BB
— ANI (@ANI) April 1, 2021
इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व्हील चेयर पर वहां पहुंचीं और आम लोगों से बात की। ममता ने कहा कि, उत्तर प्रदेश और बिहार से आए लोग माहौल खराब कर रहें हैं। बाहरी गुंडे वोटिंग प्रभावित कर रहे हैं। चुनाव आयोग (EC) से कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने मामले में दखल देने के लिए राज्यपाल से भी बात की और केंद्रीय बलों की शिकायत की। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव आयोग ने कार्रवाई नहीं की तो कोर्ट जाऊंगी।
वहीं, नंदीग्राम के कमलपुर के पास में भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर हमला हुआ। हमले में मीडिया की गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। शुभेंदु ने आरोप लगाया कि यह पाकिस्तानियों का काम है। जय बंगला बांग्लादेश का नारा है। उस बूथ पर एक विशेष समुदाय के मतदाता हैं जो ऐसा कर रहे हैं।
BJP-TMC ने लगाया बूथ कैप्चरिंग के आरोप
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ बूथों में घुस गई। भाजपा कार्यकर्ता EVM में घालमेल करने और बूथ में धांधली करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, भाजपा ने भी कई जगह इसी तरह के आरोप तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लगाए हैं।
इस बीच पश्चिम मेदिनीपुर केशपुर में बूथ संख्या 173 पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर भाजपा के पोलिंग एजेंट की पिटाई का आरोप लगाया जा रहा है। पोलिंग एजेंट को अस्पताल ले जाया गया है। भाजपा नेता तन्मय घोष की कार में तोड़फोड़ करने की भी खबर है।
इससे पहले डेबरा विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार भारती घोष ने TMC पर पोलिंग एजेंट को बंधक बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नवापारा में बूथ नंबर 22, अंचल-1 में उनके पोलिंग एजेंट को तृणमूल के 150 गुंडों ने घेर रखा है। उसे पोलिंग बूथ के अंदर नहीं जाने दिया गया। उन्होंने कहा कि बरुनिया में वोटर्स को डराया जा रहा है। उन्हें TMC का चुनाव चिन्ह दिखाकर वोट देने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
दीदी ने कहा, ‘गृह मंत्री खुद सीआरपीएफ, बीएसएफ और अन्य जवानों को केवल भाजपा और उसके गुंडों की मदद करने का निर्देश दे रहे हैं। इलेक्शन कमिशन की ख़ामोशी के लिए उनकी ओर से मैं माफ़ी मांगती हूँ। हमने कई सारे पत्र दिए लेकिन वे सभी पत्र एक तरफ़ा हैं और बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में है।’
Home Minister himself is instructing CRPF, BSF and other jawans to help only BJP and its goons. I apologise to my Election Commission for their silence. We have given so many letters but they are one-sidedly supporting BJP candidates: West Bengal CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/eBxNLR2sIU
— ANI (@ANI) April 1, 2021
बंगाल चुनाव में नंदीग्राम की अहमियत क्या है?
बंगाल में राजनीति का सबसे बड़ा अखाड़ा बन चुका नंदीग्राम एक छोटा सा उनींदा कस्बा है। यहां पहुंचते ही डामर की सड़क के दोनों तरफ कच्ची-पक्की दुकानें नजर आती हैं, लेकिन चुनावी माहौल का रंग यहां बाकी बंगाल से गहरा नजर आता है। थोड़ी ही देर में यह एहसास होने लगता है कि यहां से राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं।
दरअसल, नंदीग्राम बंगाल की राजनीति में बदलाव का प्रतीक है। इसका इतिहास क्रांतिकारियों से जुड़ा है। आधुनिक भारत का यही एकमात्र इलाका है, जिसे दो बार आजादी मिली है। 1947 से पहले, यहां के लोगों ने इस इलाके को अंग्रेजों से कुछ दिनों के लिए मुक्त करा लिया था। बदलाव का प्रतीक इसलिए क्योंकि एक दशक पहले ममता बनर्जी नंदीग्राम के बल पर ही सत्ता हासिल करने में विजय हुईं थीं। 1 दशक मुख्यमंत्री बनने के बाद ये देखना है की क्या अभी नंदीग्राम की जनता दीदी को अपने मुख्यमंत्री के रूप में दोबारा चुनती है या नहीं।
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