27 Mar. West Bengal: डेढ़ महीने से बंगाल में विधानसभा चुनाव के चलते सियासी उठापटक देखने को मिली। वहीं आज बंगाल में पहले चरण का मतदान शुरू हो चुका है। आज पहले चरण में यहां की 30 बैठकों पर वोटिंग चल रही है। इनमें बांकुड़ा जिले की 4, झाड़ग्राम की 4, पश्चिमी मेदिनीपुर की 6, पूर्वी मेदिनीपुर की 7 और पुरुलिया की 9 सीटें शामिल हैं। बांकुड़ा, झाड़ग्राम और पुरुलिया बंगाल के आदिवासी बहुल इलाके जंगलमहल का हिस्सा हैं। पहले चरण में यहां की 17 सीटों पर मतदान हो रहा है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बांकुड़ा और पुरुलिया में बड़ी सफलता अर्जित की थी। इसके अलावा मेदिनीपुर की भी 13 बैठकों पर वोटिंग हो रही है। इस इलाके में ममता का साथ छोड़ भाजपा में आए शुभेंदु अधिकारी का प्रभाव माना जाता है, लेकिन ममता के खुद नंदीग्राम से चुनावी मैदान में उतरने के बाद यहां भी हालात बदले हैं।
पूर्व-पश्चिमी मेदिनीपुर-13 सीटें
आज यहां की 13 सीटों पर मतदान हो रहा है। इनमें से 7 पूर्व मेदिनीपुर में हैं, जबकि 6 सीटें पश्चिमी मेदिनीपुर में हैं। इन 13 सीटों में से 11 विधानसभा सीटें मेदिनीपुर से सांसद और बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष और अधिकारी परिवार के प्रमुख और कांथी से सांसद शिशिर अधिकारी के लोकसभा क्षेत्र में आती हैं।
2016 के चुनावों में TMC ने यहां पहले चरण की वोटिंग वाली सभी 13 सीटें जीती थीं। यदि 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों को असेंबली सेगमेंट वाइज देखा जाए तो भाजपा यहां 5 सीटों पर आगे रही थी। पूर्वी मेदिनीपुर में पताशपुर, कांथी उत्तर, भगबानपुर, कांथी दक्षिण, खेजुरी, रामनगर और एगरा, ये 7 सीटें हैं। वहीं, पश्चिमी मेदिनीपुर में दंतन, मेदिनीपुर, केशियारी, खडगपुर, गरबेटा और सलबोनी की सीटें हैं।
पश्चिमी और पूर्वी मेदिनीपुर क्षेत्रों में चुनाव अभियानों का जायजा लिया तो TMC और BJP में कड़ा संघर्ष दिखा। पूर्वी मेदिनीपुर में BJP कांथी उत्तर और कांथी दक्षिण में मजबूत नजर आ रही है। वहीं पश्चिमी मेदिनीपुर में BJP केशियारी, गरबेटा और मेदिनीपुर सीटों पर अच्छा करती दिख रही है। कुल मिलाकर मेदिनीपुर इलाके की पहले चरण के चुनाव वाली आठ सीटों पर TMC और 5 सीटों पर BJP आगे नजर आ रही है।
बांकुड़ा में चार सीटों पर वोटिंग
बांकुड़ा में 12 विधानसभा सीटें हैं, लेकिन यहां पहले चरण में 4 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इस जिले में शानदार प्रदर्शन किया था और पार्टी सभी 12 असेंबली सीट्स पर आगे रही थी, लेकिन फिलहाल माहौल वैसा नहीं दिख रहा है। TMC ने इलाके में अपने मंत्रियों की फौज उतार रखी है, जिसका असर भी देखा जा रहा है।
इसके अलावा यह इलाका लेफ्ट का भी पुराना गढ़ रह चूका है। इस बार कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन अपनी पुरानी जमीन पाने की पूरी कोशिश कर रहा है। लेफ्ट का वोट यहां बढ़ता दिख रहा है जो सीधे तौर पर BJP को नुकसान पहुंचाएगा, क्योंकि लोकसभा में काफी हद तक CPM का काडर वोट BJP में शिफ्ट हो गया था। लेफ्ट का वोट शिफ्ट हो जाने के कारण ही BJP ने यहां बड़ी सफलता हासिल की थी।
बांकुड़ा के स्थानीय पत्रकारों और लोगों से बातचीत कर यहां के चुनावी माहौल के बारे में जाना। यहां की 12 सीटों में से पांच पर BJP, 4 पर तृणमूल और तीन पर CPM-Left आगे नजर आ रहा है। जिन चार सीटों पर पहले चरण में चुनाव है, वहां BJP-TMC में मुकाबला 2-2 की बराबरी का बताया जा रहा है।
पुरुलिया में 9 सीटें
बंगाल के जंगलमहल इलाके में आने वाले पुरुलिया में 9 विधानसभा सीटें हैं। ये सीटें हैं पुरुलिया, बंदवन, बागमुंडी, बलरामपुर, जॉयपुर, मनबाजार, काशीपुर, पाड़ा और रघुनाथपुर। सभी सीटों पर पहले ही चरण में चुनाव हो रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां BJP का पलड़ा भारी रहा था, लेकिन विधानसभा चुनाव में यहां माहौल काफी हद तक बदला हुआ नजर आ रहा है।
2019 के लोकसभा चुनाव में यहां मोदी फैक्टर चला था और पुरुलिया लोकसभा सीटें BJP के पास चली गई थीं। लोकसभा चुनाव में मोदी के नाम पर वोट करने वाले विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे विकल्प खोजते दिख रहे हैं। बड़े स्थानीय नेताओं का अभाव BJP की परेशानी है। इसके अलावा Left-Congress का बढ़ता वोट कहीं-कहीं मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहा है जो कि BJP के नुकसान की वजह बन सकता है।
पुरुलिया जिले की नौ विधानसभा सीटों पर समीकरणों को परखा। फिलहाल चार सीटों पर BJP, तीन पर TMC और दो पर लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन के कैंडिडेट्स आगे दिख रहे हैं। BJP के लिए यह चिंता की बात इसलिए भी है क्योंकि जंगलमहल के इलाके में BJP ज्यादा से ज्यादा सीट जीतना चाहती है और उसे पुरुलिया जैसे जिले से ज्यादा से ज्यादा सीटों की उम्मीद है।
झाड़ग्राम में चार सीटें
झाड़ग्राम की चार सीटों पर पहले चरण में चुनाव है। RSS इस इलाके में काफी दिनों से सक्रिय है और यही यहां भाजपा की मजबूती का आधार है। करीब दो महीने पहले यहां BJP की स्थिति काफी मजबूत दिख रही थी, लेकिन TMC के बेहद आक्रामक प्रचार और टिकट बंटवारे के बाद यहां माहौल बदला है। फिलहाल जिन चार सीटों पर चुनाव हैं, उनमें से तीन पर TMC और एक पर भाजपा का पलड़ा भारी दिख रहा है।
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