13 Jan. Vadodara: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया की कोवीशील्ड वैक्सीन के एक दिन बाद भारत बायोटेक की कोवैक्सिन की भी डिलीवरी शुरू हो चुकी है। बुधवार को कोवैक्सिन की पहली खेप सुबह 6.40 बजे एयर इंडिया की फ्लाइट से हैदराबाद से दिल्ली भेजी गई। दिल्ली के अलावा कोवैक्सीन बेंगलुरु, चेन्नई, पटना, जयपुर, लखनऊ, रांची, कुरूक्षेत्र, कोच्चि समेत 11 शहरों में इसकी पहली खेप पहुंची है।
भारत में 16 जनवरी से दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू होगा। पीएम मोदी वर्चुअली इसकी शुरुआत करेंगे। प्रधानमंत्री इस मौके पर वैक्सीनेशन से संबंधित Co-Win ऐप को भी लॉन्च करेंगे।
फ़िलहाल जयपुर में कोवैक्सिन पहुंची, कोवीशील्ड शाम तक पहुंचेगी
सुबह 11 बजे एयर एशिया की फ्लाइट से कोवैक्सिन के 60 हजार डोज जयपुर पहुंचे, जिन्हें एयरपोर्ट से सीधे आदर्श नगर स्थित स्टेट ड्रग स्टोर लाया गया। कोवीशील्ड के डोज भी आज शाम करीब 5 बजे तक जयपुर एयरपोर्ट पहुंचने की उम्मीद है।
रांची में कोवैक्सिन के 16 हजार 200 वायल्स पहुंचे
बुधवार सुबह 9.02 बजे कोवैक्सिन की पहली खेप विशेष विमान से रांची एयरपोर्ट पहुंची। यहां से इन्हें नामकुम स्थित स्टेट वेयर हाउस पहुंचाया गया। हवाई अड्डे से वेयर हाउस की 11 किलोमीटर की दूरी को 32 मिनट में तय किया गया। पहली खेप में झारखंड को 16 हजार 200 वायल्स यानी शीशियां मिली हैं।
भोपाल में कोवीशील्ड के 94 हजार डोज पहुंचे
भोपाल में सुबह 11 बजे कोवीशील्ड के 94 हजार डोज पहुंचे। यहाँ से इन्हें मध्यप्रदेश के 24 जिलों में वैक्सीन भेजी जाएगी। सीरम इंस्टीट्यूट ने कोवीशील्ड की सप्लाई मंगलवार से शुरू की थी। कई शहरों में यह बुधवार को पहुंची।
चंडीगढ़, पंजाब में सबको फ्री वैक्सीन लगेगी
कोवीशील्ड की पहली खेप देर रात चंडीगढ़ पहुंची थी। इन्हें सेक्टर 24 में स्टेट वैक्सीन स्टोर में रखा गया है। यहां से इन्हें रात को ही मोहाली, अमृतसर, होशियारपुर और फिरोजपुर भेज दिया गया। इस खेप में 20 हजार 450 शीशियां भेजी गई हैं। हर वायल्स में 10 डोज हैं। राज्य सरकार ने यहां मुफ्त में वैक्सीन लगाने का ऐलान किया है।
करनाल में 4 लाख डोज पहुंचाए गए
करनाल में देर रात वैक्सीन की पहली खेप पहुंची। इसमें कोवीशील्ड के चार लाख डोज भेजे गए हैं। इन्हें करनाल स्थित स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के वेयर हाउस में रखा गया।
मुंबई में की गई वैक्सीन की पूजा
पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से भेजी गई कोवीशील्ड वैक्सीन की पहली खेप बुधवार को मुंबई पहुंची। इस खेप में 1.39 लाख डोज हैं। यहां निगम के अधिकारियों ने वैक्सीन की पूजा की। इन्हें परेल स्थित एफ-साउथ वार्ड कार्यालय में रखा गया है। यहां से इन्हें शहर के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाया जाएगा।
सूरत में कोवीशील्ड की दूसरी खेप पहुंची
वैक्सीन की दूसरी खेप बुधवार सुबह बाय रोड पुणे से सूरत पहुंची। इसमें 93 हजार 500 डोज हैं। इन्हें सूरत के सिविल अस्पताल में स्टोर किया गया है। वैक्सीन से भरे ट्रक के शहर में पहुंचते ही मंत्रियों और अधिकारियों ने इसका स्वागत किया। इससे पहले कोवीशील्ड की पहली खेप मंगलवार सुबह अहमदाबाद पहुंच चुकी है।
दिल्ली में मुख्यमंत्री केजरीवाल की मांग- केंद्र फ्री में दे वैक्सीन
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘केंद्र सरकार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को फ्री में वैक्सीन उपलब्ध कराना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तब भी हम दिल्ली में फ्री में वैक्सीनेशन करेंगे।’
ड्रग रेग्युलेटर ने कोवैक्सिन और कोवीशील्ड के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सरकार ने कोवैक्सिन के 55 लाख और कोवीशील्ड के 1.1 करोड़ डोज का ऑर्डर दिया है।
A moment of pride and accomplishment as the first consignment of COVAXIN™ is dispatched from Bharat Biotech today at 1:00 AM, IST. The indigenous vaccine is all set to vaccinate the nation against the dreadful #SARS_CoV_2 #BharatBiotech #COVAXIN #MakeInIndia #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/yqFSSXTl0A
— BharatBiotech (@BharatBiotech) January 13, 2021
भारत बायोटेक इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन बना रहा है। कंपनी 16.5 लाख डोज सरकार को फ्री देगी, बाकी 38.5 लाख वैक्सीन के हर डोज के लिए 295 रुपए चार्ज किए जाएंगे।
उधर, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के CEO अदार पूनावाला ने मंगलवार को कहा कि कोवीशील्ड के 10 करोड़ डोज सरकार को 200 रुपए के स्पेशल रेट पर दिए जाएंगे, जबकि बाजार में वैक्सीन की कीमत 1000 रुपए होगी।
कोवीशील्ड को एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने मिलकर बनाया है। भारत में SII सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कोवीशील्ड का प्रोडक्शन कर रही है जिसका जब हाफ डोज दिया गया तो इफिकेसी 90% रही। एक महीने बाद फुल डोज में इफिकेसी 62% रही। दोनों तरह के डोज में औसत इफिकेसी 70% रही। कोवीशील्ड के 5 करोड़ डोज तैयार हैं।
कोवैक्सिन के फेज-3 ट्रायल्स के नतीजे अभी नहीं आए हैं। फेज-2 ट्रायल्स के नतीजों के अनुसार, कोवैक्सिन की वजह से बॉडी में बनी एंटीबॉडी छह से बारह महीने तक कायम रहेंगी। कोवैक्सिन के 2 करोड़ डोज तैयार हैं।
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