10 Mar. Mumbai: मुंबई क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) में कार्यरत सचिन वझे को क्राइम ब्रांच हेड के पद से हटा दिया गया है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को विधानसभा में इसकी जानकारी दी। सचिन वझे वही अधिकारी हैं जो उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर से बरामद हुई विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो गाड़ी मामले की जांच से जुड़े थे।
स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की मौत के बाद उनकी पत्नी और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने वझे पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। विमला हिरेन के हवाले से फडणवीस ने मंगलवार को कहा था कि सचिन वझे ने ही मनसुख की हत्या की है।
इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी लगातार हमलावर है। विपक्ष के हंगामे को देखते हुए मंगलवार को विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी। बुधवार को भी विपक्ष ने विधानसभा की सीढ़ियों पर बैठकर सचिन वझे की गिरफ्तारी की मांग करते हुए हंगामा किया था।
एंटीलिया के सामने विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो गाड़ी मिलने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अपनी जांच शुरू कर दी है। एक टीम मंगलवार को मुंबई पहुंची। टीम ने मुंबई में उतरते ही कई जगह छापेमारी की है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, टीम उस इनोवा की जांच के नतीजे काफी करीब पहुंच चुकी है, जो स्कॉर्पियो के पीछे दो बार नजर आई थी।
वहीं एक ओर, इस टीम को एक IG लेवल के अधिकारी लीड कर रहे हैं। मंगलवार को एक टीम एंटीलिया पहुंची और वहां के सुरक्षाकर्मियों और सुरक्षा अधिकारी से पूछताछ की है। टीम ने वहां से CCTV फुटेज की कॉपी भी अपने कब्जे में ली है। NIA की टीम के साथ गामदेवी पुलिस स्टेशन के कुछ अधिकारी और DCP राजीव जैन भी साथ में थे। जैन ने ही केस से जुड़ी सारी डिटेल NIA टीम को बताई है।
उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर से निकलने के बाद NIA के अधिकारी मुंबई पुलिस हेडक्वार्टर पहुंचे और जॉइंट पुलिस कमिश्नर (क्राइम) मिलिंद भारंबे से मुलाकात की। इसके बाद सभी मुंबई पुलिस कमिश्नर, परमबीर सिंह से भी मिले। इस मामले को लेकर मुंबई के गामदेवी पुलिस स्टेशन में केस दर्ज करवाया था और क्राइम ब्रांच की टीम इसकी जांच कर रही है। हालांकि, सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह केस NIA को सौंप दिया था। मुंबई पुलिस की टीम 2,000 से ज्यादा CCTV फुटेज को इस मामले में खंगाल रही है।
मामले से जुड़े तीन केस
इस केस में एक और ट्विस्ट है कि इसी मामले में से जुड़े कुल तीन केस दर्ज हुए हैं। पहला मामला विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो मिलने का है। दूसरा केस स्कॉर्पियो की चोरी का है और तीसरा केस स्कॉर्पियो के मालिक की हत्या है। स्कॉर्पियो की चोरी की शिकायत ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन ने दर्ज कराइ थी। हालांकि, 5 मार्च को उनका शव ठाणे की खाड़ी से बरामद किया गया। उनकी मौत को हत्या मानते हुए गृह मंत्री अनिल देशमुख के आदेश पर महाराष्ट्र ATS ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज किया।
वहीं मनसुख की पत्नी के हवाले से पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को विधानसभा में खुलासा किया कि मनसुख की हत्या मुंबई क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में कार्यरत सचिन वझे ने की है। उन्होंने सचिन की गिरफ्तारी की मांग भी उठाई है।
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