भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमलों के बाद पड़ोसी मुल्क में हड़कंप मच गया है। मंगलवार देर रात भारतीय वायुसेना द्वारा 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाए जाने के बाद अब पाकिस्तान के लाहौर शहर में बुधवार तड़के एक के बाद एक कई धमाकों की आवाजें गूंजीं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने जियो न्यूज और प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया कि पंजाब प्रांत के लाहौर में हुए इन विस्फोटों ने पूरे शहर में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
लाहौर में धमाकों से मची अफरा-तफरी
लाहौर के पुराने हवाई अड्डे और वाल्टन रोड जैसे इलाकों में धमाकों की आवाजें सुनाई दीं, जिसके बाद शहर में अफरा-तफरी मच गई। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कई यूजर्स ने दावा किया कि धमाके इतने तीव्र थे कि मॉडल टाउन, जोहर टाउन और अचहरा जैसे क्षेत्रों तक उनकी गूंज पहुंची। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों ने इलाकों को सील कर दिया है, और आम लोगों को नजदीक जाने से रोका जा रहा है। हालांकि, धमाकों के कारणों और नुकसान की आधिकारिक जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।पाकिस्तान ने लाहौर और कराची सहित कई प्रमुख हवाई अड्डों को बंद कर दिया है, और 48 घंटों के लिए हवाई क्षेत्र को भी सीमित कर दिया है। फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट ‘फ्लाइटरडार24’ के अनुसार, बुधवार सुबह पाकिस्तानी आसमान में विमानों की आवाजाही लगभग ठप रही, जो सामान्य दिनों में काफी व्यस्त रहता है।
ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले का जवाब
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की तीनों सेनाओं का संयुक्त अभियान था, जिसे 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया। इस हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने साफ किया है कि ऑपरेशन का उद्देश्य केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था, न कि पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाना।मंगलवार रात 1:30 बजे शुरू हुए इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने 24 सटीक मिसाइलों का इस्तेमाल कर लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को ध्वस्त किया। इनमें लाहौर के नजदीक मुरीदके में लश्कर का मुख्यालय और बहावलपुर में जैश का गढ़ शामिल थे। सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकी मारे गए हैं।
पाकिस्तान में आपातकाल, भारत में हाई अलर्ट
भारत की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में आपातकाल जैसे हालात हैं। पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने और अस्पतालों में आपातकाल की स्थिति घोषित करने का आदेश दिया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे “कायराना हमला” करार देते हुए जवाबी कार्रवाई का अधिकार सुरक्षित रखने की बात कही है। हालांकि, पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक साक्षात्कार में कहा कि यदि भारत और हमले नहीं करता, तो पाकिस्तान भी कोई कार्रवाई नहीं करेगा।दूसरी ओर, भारत ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है। पंजाब, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर सहित सीमावर्ती राज्यों में हाई अलर्ट जारी है। अमृतसर, पठानकोट, किशनगढ़ और जोधपुर हवाई अड्डों पर उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पुलिस प्रमुखों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें सुरक्षा और समन्वय को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं और तनाव
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें भारत-पाक तनाव पर टिकी हैं। अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए पाकिस्तान में सुरक्षा अलर्ट जारी किया है, जबकि रूस ने दोनों देशों से शिमला समझौते और लाहौर घोषणापत्र के तहत शांतिपूर्ण समाधान की अपील की है। भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, सऊदी अरब और चीन सहित कई देशों के समकक्षों से बातचीत कर स्थिति स्पष्ट की है।
जनता और नेताओं की प्रतिक्रिया
भारत में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जनता और नेताओं में उत्साह का माहौल है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे “न्यायसंगत और साहसी” कार्रवाई बताते हुए कहा, “जिन्होंने हमें मारा, उन्हें हमने मारा।” उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम करार दिया। विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने भी भारतीय सेना की सराहना की।
लाहौर में ताजा धमाकों ने भारत-पाक तनाव को और गहरा कर दिया है। पाकिस्तानी सेना ने पुंछ और राजौरी में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी की, जिसमें तीन नागरिकों की मौत और कई घायल हो गए। भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है।विश्लेषकों का मानना है कि यदि तनाव और बढ़ता है, तो यह क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। दोनों देशों के बीच परमाणु शक्ति होने के कारण वैश्विक समुदाय इस स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को ऑपरेशन सिंदूर की विस्तृत जानकारी दी है, जिसमें स्पष्ट किया गया कि यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ थी, न कि युद्ध की शुरुआत।फिलहाल, भारत और पाकिस्तान दोनों अपनी-अपनी सीमाओं पर सतर्क हैं। लाहौर में धमाकों की सटीक वजह और नुकसान का आकलन अभी बाकी है, लेकिन यह स्पष्ट है कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को गहरे संकट में डाल दिया है। स्थिति पर नजर रखने के लिए देश-दुनिया की निगाहें दोनों मुल्कों पर टिकी हैं।

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