श्रीनगर: हाल ही में संपन्न हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद, नियंत्रण रेखा (LOC) के पास स्थित कई गाँव खाली हो गए हैं। सुरक्षा कारणों से और संभावित जवाबी कार्रवाई के डर से, इन गांवों के निवासियों ने अस्थायी रूप से अपने घरों को छोड़ दिया है और बंकरों में शरण ली है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर, जिसका उद्देश्य सीमा पार आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाना था, के बाद से सीमावर्ती क्षेत्रों में तनाव व्याप्त है। इस वजह से, एहतियात के तौर पर कई गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जबकि कुछ लोगों ने अपने स्तर पर बंकरों में आश्रय लिया है।
इन मुश्किल परिस्थितियों के बावजूद, स्थानीय लोगों का हौसला बुलंद है। एक ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “यह सच है कि हमें अपने घर छोड़ने पड़े हैं और काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन हमने सुना है कि ऑपरेशन सफल रहा और पाकिस्तान को उसकी नापाक हरकतों का करारा जवाब मिला। हमें इस बात की तसल्ली है कि हमारे देश की सेना ने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया है।”
एक अन्य बुजुर्ग महिला ने कहा, “हमारे घर भले ही छूट गए हों, लेकिन हमारे जवानों ने जो बहादुरी दिखाई है, उससे हमें गर्व महसूस हो रहा है। पाकिस्तान को यह समझना होगा कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।”
प्रशासन की ओर से इन विस्थापित लोगों को आवश्यक सहायता और सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और जैसे ही हालात सामान्य होंगे, लोगों को अपने घरों में सुरक्षित वापस लाने के प्रयास किए जाएंगे।
फिलहाल, LOC के आसपास के गांवों में सन्नाटा पसरा हुआ है, लेकिन यहां के लोगों के दिलों में अपने देश के लिए अटूट विश्वास और दुश्मनों के खिलाफ दृढ़ संकल्प स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
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