उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN) ने आदि कैलाश-ओम पर्वत यात्रा 2024 का शेड्यूल जारी कर दिया है। इस साल कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं।
14 मई से शुरू होगी पहली यात्रा
पहली टीम 14 मई को काठगोदाम से रवाना होगी और यात्रा पूरी करने के बाद काठगोदाम में रिपोर्ट करेगी। दूसरी ओर, धारचूला से पहली टीम 15 मई को यात्रा पर निकलेगी।
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काठगोदाम से कुल 8 टीमें रवाना होंगी।
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धारचूला से 5 टीमें यात्रा पर जाएंगी।
यात्रा के दौरान श्रद्धालु गोल्जू मंदिर चितई, प्रसिद्ध शिव मंदिर जागेश्वर और पाताल भुवनेश्वर गुफा के दर्शन भी करेंगे। अक्टूबर 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के बाद से श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है।
पहले ग्रुप की पिथौरागढ़ तक की यात्रा का रूट
यात्रा के शेड्यूल के अनुसार:
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पहले दिन श्रद्धालु काठगोदाम से भीमताल, जागेश्वर होते हुए 196 किमी की दूरी तय कर पिथौरागढ़ पहुंचेंगे।
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दूसरे दिन पिथौरागढ़ से 96 किमी का सफर तय कर धारचूला पहुंचेंगे।
पहला बेस कैंप धारचूला में होगा
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तीसरे दिन, श्रद्धालु धारचूला से गूंजी जाएंगे।
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चौथे दिन, गूंजी से नबी-कुटी होते हुए नाभीढांग पहुंचेंगे।
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गणेश पर्वत, नाग पर्वत, व्यास गुफा, काला पानी स्थित काली मंदिर, नबी पर्वत और ओम पर्वत के दर्शन किए जाएंगे।
आदि कैलाश और पार्वती सरोवर के दर्शन
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पांचवें दिन गूंजी से ज्योंलिकांग की ओर बढ़ेंगे।
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यहां से कुट्टी गांव, निक्कू पर्वत, पार्वती सरोवर, आदि कैलाश, पांडव पर्वत और पार्वती मुकुट के दर्शन करेंगे।
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छठे दिन बुंदी से धारचूला लौटते हुए चौकोड़ी और पाताल भुवनेश्वर गुफा के दर्शन करेंगे।
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आठवें दिन अल्मोड़ा होते हुए यात्रा समाप्त कर श्रद्धालु काठगोदाम वापस लौटेंगे।
धारचूला से शुरू होने वाली यात्रा में:
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पहले दिन श्रद्धालु धारचूला में रुकेंगे।
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दूसरे दिन धारचूला से गूंजी, तीसरे दिन गूंजी से नाभीढांग, चौथे दिन गूंजी से ज्योंलिकांग और बुंदी जाएंगे।
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पांचवें दिन श्रद्धालु बुंदी से वापस धारचूला लौटेंगे।
सेना करेगी कैलाश मानसरोवर यात्रा में सहयोग
कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 की तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। इस संबंध में बुधवार को सेना और प्रशासन के बीच बैठक आयोजित हुई।
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ब्रिगेडियर गौतम पठानिया ने कहा कि सेना ऊंचे हिमालय में यात्रा के संचालन में पूरा सहयोग करेगी।
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हाल ही में भारत और चीन के बीच बहु-स्तरीय बैठक हुई थी, जिसके बाद 2025 में कैलाश मानसरोवर यात्रा के फिर से शुरू होने की उम्मीद बढ़ गई है।
श्रद्धालुओं के लिए बड़ा अवसर
आदि कैलाश-ओम पर्वत यात्रा हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। पिछले कुछ वर्षों में इसमें श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है। अगर कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 में फिर से शुरू होती है, तो यह लाखों भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी होगी।
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