प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में एक नाविक, पिंटू मेहरा, चर्चा में हैं, क्योंकि उन्होंने 45 दिनों में 30 करोड़ रुपये की कमाई की। इस खबर के वायरल होने के बाद आयकर विभाग ने उन्हें 12.8 करोड़ रुपये की टैक्स नोटिस भेजी है। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। कुछ लोग टैक्स देने की जिम्मेदारी निभाने की सलाह दे रहे हैं, जबकि कुछ ने सरकार द्वारा भारी कर वसूली पर नाराजगी जताई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी प्रशंसा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में महाकुंभ की सफलता का उदाहरण देते हुए पिंटू मेहरा का जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच आयोजित महाकुंभ में 130 नाविक परिवारों ने लगभग 30 करोड़ रुपये कमाए। पिंटू मेहरा ने भी इस कमाई की पुष्टि की थी। इसके बाद आयकर विभाग ने उनकी आय की जांच करते हुए उन्हें 12.8 करोड़ रुपये की नोटिस भेजी।
45 दिनों में करोड़पति बना नाविक
प्रयागराज के अरैल गांव में रहने वाले पिंटू मेहरा की किस्मत महाकुंभ के 45 दिनों में बदल गई। पहले वह रोजाना लगभग 500-1000 रुपये की कमाई करता था, लेकिन महाकुंभ के दौरान उसकी आय में भारी इजाफा हुआ। आमतौर पर एक नाविक की आय सीमित होती है, लेकिन इस महाकुंभ में उसकी आमदनी करोड़ों में पहुंच गई।
आयकर विभाग ने भेजी नोटिस
आयकर विभाग ने पिंटू मेहरा को 1961 के आयकर अधिनियम की धारा 4 और 68 के तहत 12.8 करोड़ रुपये की टैक्स नोटिस भेजी है। बताया जा रहा है कि पिंटू पहले कभी इनकम टैक्स स्लैब में नहीं आता था और संभवतः उसने पहले कभी आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल नहीं किया होगा। अब उसे एक प्रोफेशनल टैक्सपेयर्स की तरह टैक्स चुकाना होगा। टैक्स की यह राशि एक साल के भीतर चुकानी होगी, जो उसके लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
इंफोसिस के पूर्व CFO ने दी प्रतिक्रिया
इंफोसिस के पूर्व CFO ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पिंटू मेहरा को अन्य प्रोफेशनल्स की तरह ही आयकर का भुगतान करना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि नाविक अपनी आय पर सरकार को टैक्स देगा, क्योंकि यह जानकारी खुद मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक रूप से दी है।
इस पूरे मामले ने सोशल मीडिया पर जोर पकड़ लिया है और लोगों के बीच टैक्स नीति को लेकर चर्चा शुरू हो गई है।

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