प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस इमारत में जिम चल रहा था और ठीक बगल में बेसमेंट की खुदाई का काम चल रहा था। खुदाई के दौरान जमीन में हो रहे बदलाव ने इमारत की नींव को कमजोर कर दिया, जिसके कारण यह हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग गिरने के समय जिम खुला हुआ था, जिससे वहां एक्सरसाइज करने आए लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं।
प्रशासन ने जिम के प्रबंधकों से संपर्क साधने की कोशिश की है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि उस वक्त वहां कितने लोग मौजूद थे। मलबे में दबे लोगों की संख्या को लेकर अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स में अलग-अलग आंकड़े सामने आ रहे हैं, जिनके मुताबिक 10 से लेकर 50 तक लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं।
बिल्डिंग गिरने के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई और रेस्क्यू ऑपरेशन में रुकावटें आईं। राहतकर्मी और जेसीबी की मदद से मलबा हटाने का काम चल रहा है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही दबे हुए लोगों को निकाला जा सकेगा, लेकिन फिलहाल स्थिति गंभीर बनी हुई है।
यह हादसा निर्माण कार्य के दौरान हुए लापरवाही का एक बड़ा उदाहरण है। अगर इस प्रकार की खुदाई बिना उचित सुरक्षा मानकों के की जाए, तो इसके नकारात्मक परिणाम सामने आ सकते हैं। प्रशासन को इस घटना के कारणों की जांच करनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
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