गुजरात के वडोदरा शहर में सालों से बाढ़ आती रही है, जिसके कारण भी ज्यादातर एक जैसे ही रहे हैं लेकिन फिर भी कोई सबक नहीं लेने से 2024 में फिर एक बार वड़ोदरा को बाढ़ का भोग बनना पड़ा, इसी गंभीर विषय पर वड़ोदरा में एक विशेष पैनल डिस्कशन आयोजित किया गया।
गुजरात के वडोदरा शहर में बार-बार आ रही बाढ़ और भारी जल भराव पर लगातार चर्चा हो रही है, इसी क्रम में वड़ोदरा के बुद्धिजीवियों के एक विशेष चर्चा सत्र का आयोजन कर बाढ़ आने की वजह और निवारण के मुद्दों पर चर्चा और विचार विमर्श किया गया।
वड़ोदरा के वाणिज्य भवन में एमएस यूनिवर्सिटी की फैकल्टी ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग के स्टूडेंट क्लब द्वारा आयोजित इस पैनल डिस्कशन में गेस्ट ऑफ़ ऑनर के रूप में एजुकेशनिस्ट निकीतन कोंट्रक्टर,पैनलिस्ट के रूप में पर्यावरण विद रोहित प्रजापति, एनवायरमेंटल प्लानर नेहा सरवटे, पूर्व सिटी इंजीनियर बी एस त्रापसिया कम्युनिटी साइंस सेंटर के डायरेक्टर डॉ जितेंद्र गवली नेचर वॉक ग्रुप के एडमिन प्रोफेसर अरुण मजूमदार मौजूद रहे। कार्यक्रम में एजुकेशनिस्ट हितार्थ पंड्या ने मॉडरेटर की अहम भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के आयोजन में सिटीजन एक्टिविस्ट के रूप में अनूप कोठियाला और कुलभूषण गुप्ता की भी मौजूदगी रही। इन सभी ने अपने बेहद महत्वपूर्ण विचार और सुझाव इस चर्चा सत्र के जरिए लोगों तक पहुंचाएं और वडोदरा में बाढ़ आने का कारण और उसके निवारण पर चर्चा की।
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