मुंबई: भारत के सबसे बड़े ब्रिज मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक को बने अभी छह महीने ही हुए थे और इसमें पड़ी दरारे अब लोगों के लिए चर्चा का विषय बन गई है। सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों में इस ब्रिज को लेकर गर्मा गर्मी मची हुई है। इस ब्रिज के निर्माण में शामिल हर एक शख्स इसपर सफाई दे रहा है। लेकिन, इसमें कितनी सच्चाई है इस पर अब कई सवाल उठ रहे हैं।
इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर करप्शन का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह दरारें केवल कनेक्टिंग रोड पर ही आई हैं और इसका मुख्य सड़क पर कोई असर नहीं पड़ा है। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने शुक्रवार को साइट विजिट कर दरारों का मुआयना किया। पटोले ने कहा, “सरकार यह दिखावा कर रही है कि वे लोगों के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन आप यहां भ्रष्टाचार देख सकते हैं। वे अपनी जेबें भर रहे हैं, लेकिन उन्हें लोगों की जान जोखिम में डालने का अधिकार किसने दिया? लोगों को योजना बनानी चाहिए कि इस भ्रष्ट सरकार को कैसे हटाया जाए।”
पटोले ने प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर ध्यान देने की अपील की है। उन्होंने कहा, “यह ब्रिज अटल बिहारी वाजपाई के नाम पर है जिनकी इज्जत हमारे देश में हर कोई करता है। यह बहुत दुःख की बात है कि आज उनके नाम पर बने हुए इस ब्रिज पर करप्शन हो रहा है।”
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के उद्घाटन समारोह की तस्वीरें भी शेयर की हैं और लिखा है, “नरेंद्र मोदी ने 6 महीने पहले अटल सेतु का उद्घाटन किया था। खूब प्रचार हुआ, खूब तस्वीरें खिंचवाई गईं। अब खबर है कि 18 हजार करोड़ रुपये की लागत से बने अटल सेतु में दरार आ गई है। यह साफ तौर पर भ्रष्टाचार का मामला है।”
मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) ने कहा है कि ब्रिज बनाने की जिम्मेदारी उनकी है और मुख्य सड़क पर कोई दिक्कत नहीं आई है। MMRDA ने कहा, “अटल सेतु को जोड़ने वाली एप्रोच रोड पर छोटी-छोटी दरारें पाई गई हैं। उक्त फुटपाथ मुख्य पुल का हिस्सा नहीं है, बल्कि पुल को जोड़ने वाली सर्विस रोड है। यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि दरारें परियोजना में संरचनात्मक दोषों के कारण नहीं हैं और पुल की संरचना के लिए कोई खतरा पैदा नहीं करती हैं।”
महाराष्ट्र के डिप्टी चीफ मिनिस्टर और बीजेपी लीडर देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया है कि अटल ब्रिज पर कोई भी बड़ी दरार नहीं आई है और कोई भी खतरा नहीं है। उन्होंने कांग्रेस पर तर्क करते हुए कहा, “एक बात तो साफ है – झूठ के सहारे दरार पैदा करने की कांग्रेस पार्टी ने दीर्घकालीन योजना बनाई है। कांग्रेस की इस दरार योजना और भ्रष्ट आचरण को देश की जनता ही परास्त करेगी।”
आपको बता दें कि यह ब्रिज लगभग 17,840 करोड़ रुपये की लागत से बना था। मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (MTHL) का उद्घाटन इस साल जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। ब्रिज का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपाई के सम्मान में रखा गया है। इस ब्रिज का मुख्य उद्देश्य नवी मुंबई से मुंबई के बीच ट्रेवल टाइम को कम करना और कनेक्टिविटी बढ़ाना था।
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